मप्र कांग्रेस का वचन पत्र: ग्रामीण स्तर पर ‘ग्राम महिला सुरक्षा समितियाँ’ और शहर स्तर पर ‘वार्ड महिला सुरक्षा समितियाँ’ गठित होंगी

मध्यप्रदेश में सिंधिया खेमे के विधायकों द्वारा दल बदल लेने से विधानसभा की 28 सीटों पर उपचुनाव होनें है। प्रदेश में होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने अपना वचन पत्र जारी किया है। इस वचन पत्र में प्रदेश के सर्वांगीर्ण विकास की बात कही गई है, जिसमें किसानों और महिलाओं की दयनीय स्थिति को सुधारने हेतु विशेष नीतियों और योजनाओं को लागू करने की बात कही गई है।

इसके लिए ग्राम महिला सुरक्षा समितियाँ और शहरों में वार्ड महिला सुरक्षा समितियाँ का गठन कर बहन-बेटियों को सुरक्षा उपायों से जागरूक करने के लिए शिविर लगाकर आत्मरक्षा हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम का अभियान प्रारंभ करेंगे।

भारत अपने अस्तित्वकाल से ही कृषि प्रधान देश रहा है। यहां जिस तरह से पुरुष और महिलाओं के बीच श्रम का विकेंद्रीकरण किया गया है, उसमें महिलाओं के जिम्मे जो कार्य है, वह तुलनात्मक रूप में समग्रता के साथ पुरुषों के मुकाबले स्त्रियों के पास अधिक है। इसमें शहरों की तुलना में ग्रामीण महिलाओं के पास कार्य की अधिकता है, इसके विपरीत औरतों की स्थिति दयनीय है। सबसे अधिक कार्य का बोझ होने के बावजूद श्रमशक्ति में पुरुषों से कम पारिश्रमिक उनकी दयनीय स्थिति को दर्शाता है।

मुगल शासन, सामन्ती व्यवस्था, केन्द्रीय सत्ता का विनष्ट होना, विदेशी आक्रमण और शासकों की विलासितापूर्ण प्रवृत्ति ने महिलाओं को उपभोग की वस्तु बना दिया था और उसके कारण बाल विवाह, पर्दा प्रथा, अशिक्षा आदि विभिन्न सामाजिक कुरीतियों का समाज में प्रवेश हुआ, जिसने महिलाओं की स्थिति को हीन बना दिया तथा उनके निजी व सामाजिक जीवन को बर्बाद कर दिया। कांग्रेस पार्टी ने एक हजार बर्ष से अधिक पुरानी कुरीतियों को दूर करने के लिए सतत प्रयास किए और आगे भी करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, यह करना है कांग्रेस पार्टी का।

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