इंदौर-जबलपुर समेत 33 जिले रेड जोन में, जानिए पूरे प्रदेश में बारिश का हाल

मध्य प्रदेश में समय से पहले धमाकेदार दस्तक देने वाला मानसून अब रूठ सा गया है। हालत यह है कि कई जगह सूखा पड़ने लगा है। प्रदेश में 19 जुलाई तक करीब 300 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन 230 मिमी ही हुई है। यह सामान्य कोटे से करीब 24% कम है। मुरैना और पन्ना में तो हालत और खराब है। यहां अभी भी कोटे से 70% तक कम पानी गिरा है।

इंदौर और जबलपुर की स्थिति भी अच्छी नहीं है। मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि बारिश में काफी कमी आई है। यह स्थिति पिछले साल जैसी बन गई है। हालांकि अब जुलाई के अंतिम सप्ताह में मानसून के सक्रिय होने की उम्मीद बढ़ गई है। अभी कई सिस्टम बन रहे हैं। ऐसे में तीन-चार दिन बाद अच्छी बारिश होने की संभावना बढ़ गई है।

यह सिस्टम बन रहा

वैज्ञानिक साहा ने बताया कि साउथ वेस्ट यूपी के पास सिस्टम बन रहा है। ट्रफ लाइन भी ग्वालियर होते हुए जा रही है। इसके कारण इन इलाकों में बारिश होने लगी है। बंगाल में 23 जुलाई को सिस्टम बनने वाला है। यहां लो प्रेशर एरिया बन रहा है। साउथ गुजरात के पास ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। अरेबियन सी में भी एक सिस्टम है। सभी सिस्टम के एक साथ मिलने पर अच्छी बारिश होने लगेगी। दो से चार दिन में झमाझम की उम्मीद बन गई है। यानी अगले एक सप्ताह तक अच्छा पानी गिरने की उम्मीद की जा सकती है।

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