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50 सालों तक हिमाचल की राजनीति के रहे राजा साहब वीरभद्र सिंह का निधन

हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता वीरभद्र सिंह का 87 साल की उम्र में निधन हो गया. लंबी बीमारी से जूझने के बाद गुरुवार सुबह 3:40 पर शिमला के आईजीएमसी अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली. वीरभद्र सिंह नौ बार विधायक रहे थे. इसके साथ ही वह पांच बार सांसद भी चुने गए थे. उन्होंने छह बार सीएम के रूप में हिमाचल प्रदेश की बागडोर भी संभाली थी. वर्तमान में वह सोलन जिले के अरकी से विधायक थे. वीरभद्र सिंह को बुधवार दोपहर रामपुर से उपचार के लिए शिमला स्थित आईजीएमसी में भर्ती कराया गया. वहीं सांस लेने में दिक्कत बढ़ने पर आईजीएमसी में भर्ती कराया गया था. आईजीएमसी से जुड़े डॉक्टरों का कहना है कि पिछले कुछ समय से वीरभद्र सिंह सर्दी-खांसी से पीड़ित थे, इस वजह से इन्हें सांस लेने में दिक्कत आ रही थी. जिसके बाद निधन हो गया.
वीरभद्र सिंह मनमोहन सरकार में थे इस्पात मंत्री
वीरभद्र सिंह, मनमोहन सिंह के नेतृत्व में 28 मई 2009 को इस्पात मंत्री बनाए गए थे. वह पहली बार 1983 में मुख्यमंत्री बने और 1990 तक लगातार 2 बार इस पद पर बने रहे. इसके बाद 1993 से 1998, 2003 से 2007 और 2012 से 2017 के बीच राज्य के मुख्यमंत्री रहे.
वीरभद्र सिंह का राजनीति सफर उपलब्धियों से भरा है. उनके नाम कई राजनीतिक रिकॉर्ड दर्ज हैं. वह सांसद, केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री समेत कई पदों अहम पदों पर रह चुके हैं.

मध्यप्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ शोक जताया है. कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्विटर पर लिखा – “कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और हिमाचल प्रदेश के 6 बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह जी के निधन से भारत के सार्वजनिक जीवन को अपूरणीय क्षति हुई है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे और परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति दे”.