घरेलु गैस उपभोक्ता को पता ही नहीं और उसके नाम से बाजार में बिक रहे थे सिलेंडर

इंदौर,  शहर के स्नेह नगर इलाके में एचपीसीएल कंपनी की सुपर गैस एजेंसी पर गुरुवार को खाद्य और उपभोक्ता संरक्षण विभाग के अधिकारियों ने छापामार कार्रवाई की। एजेंसी पर बड़ा घपला यह मिला कि यहां एक उपभोक्ता के नाम से बार-बार रसोई गैस के सिलेंडर जारी हो रहे थे और बाजार में बेचे जा रहे थे। एजेंसी पर सिलेंडरों के स्टाक में भी गड़बड़ी पाई गई। स्टाक रजिस्टर में रसोई गैस के भरे हुए 35 सिलेंडर कम और तीन खाली सिलेंडर अधिक पाए गए। इसी तरह व्यावसायिक गैस के चार सिलेंडर कम मिले और 5 किलो के 4 छोटे भरे सिलेंडर स्टाक से अधिक पाए गए। एक खाली सिलेंडर कम पाया गया।

दरअसल, उपभोक्ता अरविंद जोशी के उपभोक्ता क्रमांक 700737 पर गैस एजेंसी ने रसोई गैस के 6 सिलेंडर निकलना बताया है लेकिन उन्होंने बताया कि इनमें से कोई भी सिलेंडर उनको प्राप्त नहीं हुआ। इससे जाहिर होता है कि गैस एजेंसी के कर्ताधर्ता ने उपभोक्ता जोशी को सिलेंडर न देकर कहीं और बेचकर कालाबाजारी की है। जांच के लिए पहुंचे अधिकारियों ने एजेंसी प्रबंधक मोअज्जम अली बहादुर से अलग-अलग क्षमता के 767 सिलेंडर भी जब्त किए। इनकी कीमत 15 लाख 56 हजार से अधिक बताई जा रही है। छापामार कार्रवाई के लिए सहायक आपूर्ति अधिकारी आनंद गोले, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी दिलीप मनवारे, अविनाश जैन और अंकुर गुप्ता का दल पहुंचा। गैस एजेंसी प्रबंधक मोअज्जम पर द्रवीकृत पेट्रोलियम गैस प्रदाय तथा वितरण विनियमन आदेश और भारतीय दंड विधान संहिता की धारा-406 के प्रावधानों के उल्लंघन पर आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3/7 के तहत प्रकरण दर्ज कराया गया है।

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