छतरपुर में फिर जानलेवा बनी लापरवाही, सीधी हादसे के बाद भी बस संचालक और परिवहन दोनों नहीं जाग रहे

  • महोबा रोड स्थित ओवर ब्रिज पर हादसा, सागर से इलाहाबाद जा रही थी बस
  • 52 सीटर बस में बैठा रखी थीं 90 सवारियां
  • ब्रिज की दीवार से टकराई बस, दो की मौत, 46 यात्री घायल

सीधी बस हादसे के बाद सरकार ने ताबड़तोड़ ओवरलोड बसों पर कार्रवाई की थी। ये कार्रवाई कुछ दिनों में ठप पड़ गई। छतरपुर में भी परिवहन विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां महोबा रोड स्थित ओवरब्रिज की दीवार से टकरा कर बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। घटना के समय 52 सीटर बस में 90 यात्री बैठे थे। हादसे में क्लीनर समेत दो लोगों की मौत हो गई, वहीं 46 यात्री घायल हो गए। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया।

जानकारी के अनुसार जैन बस सर्विस की बस क्रमांक आरजे 19 पी 3636 सागर से 7:30 इलाहाबाद के लिए रवाना हुई। रात करीब 12 बजे छतरपुर बस स्टैंड पर बस कुछ देर के लिए रुकी। यहां बस ड्राइवर और क्लीनर के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हुई। इसके बाद चालक बस लेकर रवाना हुआ।

गुस्से में ड्राइवर तेज रफ्तार में बस चला रहा था, तभी 12:30 बजे महोबा रोड पर बस अचानक अनियंत्रित हो गई। सामने पोल से बचने के चक्कर में बस ओवर ब्रिज की दीवार से टकरा गई। हादसे में एक यात्री की मौके पर मौत हो गई। वहीं, दूसरे ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। वहीं, बस में सवार 46 यात्री घायल हो गए। इसमें 12 यात्रियों की स्थिति गंभीर है। घायलों का छतरपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

झटका लगा और सीट के नीचे गिर पड़े

बस में सवार यात्री प्यारेलाल ने बताया, कुछ ही दूर अचानक झटका लगा। हम लोग सीट के नीचे गिर गए। किसी को कुुछ समझ नहीं आ रहा था। चारों तरफ लोग चिल्ला रहे थे। जैसे-तैसे बस से बाहर आए। आसपास के लोग व पुलिस ने घायलों को बस से बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। बस में करीब 90 यात्री सवार थे।

हादसे के बाद चालक फरार

हादसे के बाद चालक मौके से फरार हो गया। हादसे की खबर मिलते ही तहसीलदार संजय शर्मा मौके पर पहुंचे। उन्होंने घायलों से बात कर पंचनामा बनाया। तहसीलदार ने माना, बस में क्षमता से अधिक सवारी बैठी थीं। मामले में छतरपुर पुलिस घायलों के बयान ले रही है। साथ ही, फरार बस चालक की तलाश की जा रही है।

75 घायलाें को पुलिस ने कराया जिला अस्पताल में भर्ती

हादसे में रामबाई कुशवाहा, सीतारानी, जगदीश चौरसिया, सोहन सेन, ईश्वरदास पटेल, केसरबाई यादव, कौशल कुमार, वैजयंती बाई, वीर सिंह, यशवंत गुप्ता, ज्योति, पंकज गुप्ता, लूलीबाई नारायण, राजकुमार, साहिल, शिवम, विक्रम, भान प्रताप, रामकृष्ण, नीलम, नारायण दास राजपूत, रामप्रसाद विश्वकर्मा, लालू सिंह यादव, भगवत शरण मिश्रा, मनोज पांडे, भागीरथ, रामदीन यादव, दशरथ, महेश तिवारी, बद्री प्रसाद, भोपाल सिंह, सुनीता पांडे, प्यारेलाल, धनराज, राहुल सेन, अमर सिंह, कमला, मन्नूलाल, प्रीति जैन, प्रदीप अनुरागी, सुदीप गुप्ता, नैंसी गुप्ता, यदराज, बिट्टू सेन, नंदराम पटेल, दिनेश सोनकर, भरत, बैजनाथ बाई, भरत लोधी, वीरेंद्र पटेल, चिरौंजीबाई अहिरवार, संजय पटेलसहित 75 यात्री घायल हो गए।

सीधी हादसे के बाद भी नहीं लिया सबक

सीधी में हुए दर्दनाक बस हादसे के बाद भी बस परिवहन को लेकर सबक नहीं लिया गया। नतीजा, छतरपुर में फिर बड़ा बस हादसा सामने आया है। जिले से रोजाना बसें क्षमता से अधिक सवारियां बैठाकर दौड़ रही हैंं, लेकिन परिवहन विभाग कार्रवाई नहीं कर रहा। बता दें, सीधी हादसे के बाद दिखावे के लिए परिवहन विभाग ने एक सप्ताह तक नियम ऐसी बसों पर कार्रवाई की थी, लेकिन मामला ठंडा पड़ते ही फिर बसों में ओवरलोडिंग शुरू हो गई।

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