बदमाश बोला- GST दो, मतलब गुंडा सर्विस टैक्स

ग्वालियर – ग्वालियर पुलिस ने रेत के डंपरों के स्टाफ को लूटने वाली गैंग के सरगना को अरेस्ट किया है। दो दिन पहले गैंग ने रेत भरने सिंध नदी की ओर जा रहे डंपर को रोक लिया था। डंपर के ड्राइवर और हेल्पर से राइफल अड़ाकर 50 हजार रुपए लूटे थे, जिसके बाद पुलिस ने ये कार्रवाई की।
यह गैंग बेहट से सटे जंगल में सिंध नदी से रेत भरकर आने-जाने वाले डंपरों को लूटती है। बदमाश गायों के झुंड को रास्ते में हांक देते। यहां से गुजर रहे डंपर ड्राइवर गायों को देखकर ब्रेक लगाते। इसी दौरान बदमाश कई राउंड फायरिंग करते, जिससे डंपर स्टाफ दहशत में आ जाते थे। गैंग उन्हें लूटकर गाड़ी के टायर में गोली मारकर भाग जाते। गैंग के सरगना हरेंद्र गुर्जर ने पुलिस से कहा, ‘मुझे रेत खदान पर आने-जाने वाले वाहनों से 15 हजार रुपए महीना GST चाहिए। GST मतलब गुंडा सर्विस टैक्स।’
ग्वालियर शहर से 45 किलोमीटर दूर आखिरी गांव बेहट, रनगंवा के आसपास का पूरा इलाका गुर्जर बाहुल्य है। यहीं से रतनगढ़ के जंगल से डंपर-ट्रक सिंध नदी के किनारे रेत खदान तक जाते हैं। इन्हीं गांव से सटे जंगलों में बदमाश वाहनों से लूटपाट करते हैं। बेहट थानाक्षेत्र के बेहट, रनगंवा, रतनगढ़ से लगे जंगल में पिछले 20 दिन में 3 डंपर के स्टाफ से लूटपाट और फायरिंग की घटनाएं हो चुकी हैं।

पिता के नाम रजिस्टर्ड राइफल का लूट में इस्तेमाल

SDOP बेहट संतोष पटेल ने बताया कि बदमाशों की तलाश में उटीला, हस्तिनापुर और बेहट पुलिस ने सर्च किया। हरेंद्र गुर्जर (टिकटौली, बेहट) को 6500 रुपए कैश, टूटे मोबाइल, बाइक और राइफल जब्त कर गिरफ्तार किया है। उसके साथी भिंड जिले के मौ के रहने वाले नानू उर्फ नारायण गुर्जर और रामस्वरूप गुर्जर अभी फरार हैं। आरोपियों ने रेत खदान पर जा रहे भिंड के गोरमी के रहने वाले डंपर चालक देवेंद्र गुर्जर और हेल्पर लवकुश गुर्जर से लूटपाट की थी। पकड़े गए बदमाश से मिली 35 बोर की राइफल उसके पिता के नाम पर रजिस्टर्ड है। उसने पूछताछ में बताया कि यह बंदूक उसके पिता की है। वारदात में एक बंदूक और इस्तेमाल की गई है। यह भी दूसरे आरोपी के पिता की बताई जा रही है।