- Stay away from these 19 dating warning flag in 2023
- ????ChinaLoveCupid Evaluation 2023 - whatever you have to find out about any of it! ????
- कांग्रेस की जन आक्रोश यात्राओं को मिल रहा है भारी जन समर्थन, वहीं भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा पूरी तरह हो रही है फ्लाफ - कांग्रेस
- पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ का इंदौर में बेरोजगार महापंचायत में संबोधन
- आंकड़ों की बाजीगरी से लाड़ली बहनाओं को 450 रू. के गैस सिलेण्डर देने में छल कर रही है शिवराज सरकार !
मध्यप्रदेश में बादल मेहरबान: इन राज्यों में होगी बारिश

मध्य प्रदेश में मानसून मेहरबान दिखाई दे रहा है. जिसके चलते राज्य में बीते 1-2 दिन से लगातार बारिश हो रही है. भारी बारिश के चलते प्रदेश के नदी-नाले उफान पर हैं. वहीं मौसम विभाग ने कहा है कि अगले एक-दो दिनों तक और बारिश का दौर जारी रहेगा. ग्वालियर चंबल संभाग समेत प्रदेश के 5 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. जिन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, उनमें राजगढ़, आगर, नीमच, मंदसौर और टीकमगढ़ शामिल हैं. यहां बिजली गिरने की भी आशंका है.
बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के चलते हुए बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम बगैर किसी रुकावट के मध्य प्रदेश में सक्रिय हुआ, जिसके चलते ही राज्य में बीते 3 दिनों से खूब बारिश हो रही है. अब एक बार फिर से बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब का सिस्टम बन रहा है और अगर हवाओं की दिशा और गति मेहरबान रही तो अगले दो दिनों तक फिर राज्य में जमकर बारिश हो सकती है. इसके चलते इंदौर, चंबल, उज्जैन, होशंगाबाद और ग्वालियर में जमकर बारिश हो सकती है.
कई इलाकों में हुई जलभराव की समस्या
राजधानी भोपाल में हुई तेज बारिश के चलते कई जगहों पर जलभराव की समस्या पैदा हो गई है. निचले इलाकों में खासकर समस्या ज्यादा गंभीर है. वहीं ग्वालियर में सावन के पहले सोमवार को जमकर बादल बरसे. 3 घंटे तक झमाझम बारिश हुई और 55 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई. भारी बारिश के चलते कई इलाकों में पानी भर गया. पानी निकालने के लिए निगम आयुक्त ने खुद मोर्चा संभाला.
श्योपुर का संपर्क टूटा
मालवा निमाड़ में हुई भारी बारिश के बाद श्योपुर में नदियों का जल स्तर बढ़ने से जिले का राजस्थान और मध्य प्रदेश से सड़क संपर्क टूट गया है. भारी बारिश के चलते श्योपुर जिला टापू में तब्दील हो गया है. जिले में बहने वाली पार्वती, कुनो सहित अहेली नदियां उफान पर हैं. इन नदियों पर बने कई पुल जलमग्न हो गए हैं. जिसके चलते जिले का बाहरी इलाकों से आवागमन पूरी तरह से ठप्प हो गया है.