- मप्र मेडिकल साईंस युनिवर्सिटी में 1 अरब 20 करोड़ की एफडी का मामला
- राहुल गांधी 30 अप्रैल को भिण्ड में आमसभा को संबोधित करेंगे, जीतू पटवारी सहित वरिष्ठ नेता रहेंगे उपस्थित
- 'आस्तीन के सांप और गद्दार', अक्षय बम के चुनावी मैदान छोड़ने पर बोले कांग्रेस नेता
- कमलनाथ बोले- हमेशा से आरक्षण विरोधी रही है भाजपा, कांग्रेस पर लगा रही झूठे आरोप
- पूर्व CM कमलनाथ ने भाजपा को गिनाए कांग्रेस द्वारा 75 साल में किए गए काम
यूपी पुलिस के राज में सुरक्षित नहीं हैं बेटियां
- पीड़ित के परिजनों से मिलने हाथरस पहुचे तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन।
हाथरस की निर्भया से मिलने के लिए बीते दिन पहुचे कॉग्रेस के नेता राहुल-प्रियंका गांधी के साथ जैसा दुर्व्यहार किया गया, वह राजनीति सहित मानवता के खिलाफ था। आज वही रुख पश्चिम बंगाल के सांसद और तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन के साथ किया गया। आज जैसे ही सांसद डेरेक ओ ब्रायन हाथरस के रास्ते पर आगे बढ़े, तो पुलिस प्रशासन ने उन्हें कांग्रेस नेताओं की तरह ही रोक लिया गया जिससे महौल में गर्मागर्मी बढ़ गयी। और अंततः पीड़ित परिवार से मिलने भी नहीं दिया गया। ऐसे में विपक्ष को उसके मूल कार्यों से वंचित किया जा रहा है, जो लोकतंत्र के लिए किसी भी दृष्टि से सही नहीं है।
बीजेपी की क्रूर राजनीति
बीजेपी की केन्द्र और राज्य सरकारों ने लोकतंत्र की हत्या करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। जनता से उसका विरोध करने का अधिकार छीना जा रहा है जिससे सरकार जबावदेही जैसी जिम्मेदारियों से मुक्त होती जा रही है। ऐसा नहीं है कि बीजेपी शासन के खिलाफ कोई आवाज नहीं उठा रहा है। आवाजें तो जोर से उठायीं जा रही हैं लेकिन सत्ता दमनकारी नीतियों से विपक्ष, मीडिया और जनसंगठनों की आवाज को कुचल रही है।
कोर्ट के लोकतंत्र पर चिंता जतायी
इलाहाबाद हाइकोर्ट की लखनऊ ब्रांच ने स्वतः संज्ञान लेते हुये रात में आदेश जारी करते हुए योगी सरकार को लताड़ लगाते हुए अगले सप्ताह तक हाथरस घटना पर जबाव मांगा है। साथ ही आदेश जारी करने वाले दोनों जजों ने वर्तमान परिस्थितियों पर दुःख जताते हुए लोकतंत्र को खतरे में बताया गया है जिसमें गांधी को कोट किया है। यह वही गांधी है जिन पर बीजेपी के नेताओं ने हमेशा अभद्र टिप्पणियां की है।