सोनिया गांधी को पत्र लिखना थरूर का सबसे बड़ा योगदान, कांग्रेस ने दिया प्रवक्ताओं को निर्देश

नई दिल्ली- कांग्रेस में अध्यक्ष पद पर चुनाव को लेकर काफी गहमागहमी है. फिलहाल ये साफ हो चुका है कि राहुल गांधी इस चुनाव में हिस्सा नहीं ले रहे हैं. इसके साथ ही राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) की दावेदारी भी पक्की हो गई है. हालांकि अध्यक्ष पद को लेकर बाकी नेताओं ने भी अपना दावा पेश किया है, जिसके बाद एक से ज्यादा उम्मीदवार नामांकन दाखिल कर सकते हैं. इस पूरे चुनाव की गंभीरता को देखते हुए अब कांग्रेस ने भी तैयारी शुरू कर दी है. कांग्रेस की तरफ से तमाम प्रवक्ताओं को सख्त हिदायत दी गई है कि वो अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों को लेकर किसी भी तरह की टिप्पणी करने से बचें.

जयराम रमेश ने दी नसीहत
कांग्रेस ने अपने प्रवक्ताओं और संचार विभाग के अन्य पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के उम्मीदवारों के बारे में किसी भी तरह की टिप्पणी से परहेज करें. पार्टी महासचिव और संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने अपने विभाग के पदाधिकारियों को भेजे मैसेज में ये नसीहत उस वक्त दी है जब एक दिन पहले ही प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने अध्यक्ष पद के लिए अशोक गहलोत का खुलकर समर्थन किया था और शशि थरूर पर निशाना साधा था.

कांग्रेस प्रवक्ता ने किया गहलोत का समर्थन
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ये भी कहा कि प्रवक्ता इस चुनाव की लोकतांत्रिक और पारदर्शी प्रक्रिया का उल्लेख करें. कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में अशोक गहलोत और शशि थरूर के बीच मुकाबले की बढ़ती संभावना के बीच पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने गुरुवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री का खुलकर समर्थन किया था. जिसे लेकर नया विवाद खड़ा हो रहा है.

इस डिबेट के दौरान गौरव वल्लभ ने थरूर को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि थरूर ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान उन्हें चिट्ठी लिखकर उनके (वल्लभ) जैसे कार्यकर्ताओं को कष्ट पहुंचाया है और ऐसे में वह ‘निष्कलंक राजनीतिक जीवन’ वाले गहलोत का चयन करेंगे।