साध्वी प्रज्ञा के बयान पर बोले ओवैसी- संसद में हो रही है ‘गोडसेगीरी’

लोकसभा में बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा के नाथूराम गोडसे ‘देशभक्त’ बयान पर हंगामा जारी है. प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी विशेषाधिकार प्रस्ताव ले आए हैं. दूसरी ओर इस बयान के खिलाफ लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी निंदा प्रस्ताव ला सकते हैं.

एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी का आरोप है कि सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने नियमों का उल्लंघन किया है. गोडसे का महिमामंडन नियम 349, 352 का उल्लंघन है. संसद में गोडसेगीरी हो रही है. ओवैसी ने लोकसभा में प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि उन्होंने नियम तोड़े हैं. संसद में गोडसे गिरी हो रही है. प्रज्ञा ने गोडसे की तारीफ कर नियम 349 और 352 का उल्लंघन किया है. उन्होंने आतंकवाद का महिमामंडन किया है.

कांग्रेस लाएगी निंदा प्रस्ताव!

वहीं सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी निंदा प्रस्ताव ला सकते हैं. कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इस मुद्दे पर कहा कि बीजेपी ने उन्हें (साध्वी) टिकट दिया है और वही उन्हें संसद में लेकर आई है. अब इसका क्या मतलब है कि वह पार्टी की संसदीय बैठक में शामिल नहीं हो सकेंगी. उन्हें तब तक संसद में बैठने न दिया जाए जब तक वह माफी नहीं मांग लेती हैं. हम निंदा प्रस्ताव लाएंगे.

दूसरी ओर गोडसे को देशभक्त बताना सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को महंगा पड़ गया. संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने साध्वी प्रज्ञा को रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति से निकाल दिया. साथ ही सत्र के दौरान होने वाले बीजेपी संसदीय दल की बैठकों में भी साध्वी प्रज्ञा को नहीं आने का फरमान सुनाया गया है.

क्या है पूरा मामला

लोकसभा में एसपीजी अमेंडमेंट बिल पर बहस के दौरान जब डीएमके सांसद ए. राजा नाथूराम गोडसे के एक बयान का हवाला दे रहे थे कि उसने महात्मा गांधी को क्यों मारा तो साध्वी प्रज्ञा ने उन्हें टोक दिया. साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, ‘आप एक देशभक्त का उदाहरण नहीं दे सकते.’ हालांकि, बाद में प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान को लोकसभा के रिकॉर्ड से हटा दिया गया.

पहले भी गोडसे को बताया था देशभक्त

यह कोई पहली बार नहीं कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया हो. इस साल के मध्य में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था. तब प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान पर पीएम मोदी ने भी नाराजगी जताई थी. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भले ही इस मामले में साध्वी प्रज्ञा ने माफी मांग ली हो, लेकिन मैं अपने मन से उन्हें कभी भी माफ नहीं कर पाऊंगा.

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