कोरोनाकाल में एक साथ राज्यपालों की सबसे बड़ी नियुक्ति क्यों ?

कोरोना की अनदेखी में राज्यपालों की ताजपोशी, क्या मोदी सरकार कर रही सिंधिया को खुश?  

 प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई छगनभाई पटेल

मंत्रिमंडल में सिंधिया के लिए बनाई जगह

एक तरफ केंद्र सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार की सरगर्मियां तेज हैं, वहीं दूसरी तरह कई राज्यों के राज्यपाल बदल दिए गए हैं। मोदी सरकार की कैबिनेट विस्तार से ठीक एक दिन पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, ने एक साथ 8 राज्यपालों की नियुक्ति की। इनमें से एक केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत भी हैं। उन्हें कर्नाटक का गवर्नर बनाया गया है। लेकिन सूत्रों की माने तो, थावर चंद के नियुक्ति के तार  सिंधिया से जोड़े जा रहे है.

आपको बता दें, थावर चंद मप्र कोटे से कैबिनेट में मंत्री थे। माना जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को जगह देने के लिए थावर चंद को कैबिनेट से हटाया गया है। 73 साल के थावर चंद 2014 में मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से लगातार उनकी कैबिनेट में शामिल रहे हैं। हालांकि सिंधिया की प्रोफाइल क्या होगी, ये अभी तय नहीं है। ये चर्चा जरूर है कि मोदी उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपेंगे। अभी तक मध्य प्रदेश से मोदी कैबिनेट में 4 मंत्री थे। जिसमें नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, थावर चंद गहलोत और फग्गन सिंह कुलस्ते शामिल है । लेकिन सवाल ये है कि तीसरी लहर की तैयारी के बजाय सरकार राज्यपालों की एक साथ, सबसे बड़ी नियुक्ति क्यों  की है। इससे पहले अगस्त 2018 में 7 राज्यों में एक साथ राज्यपाल बदले गए थे।

8 राज्यपालों में से 4 का ट्रांसफर, 4 नए गवर्नर

1. मंगूभाई छगनभाई पटेल: मध्य प्रदेश के राज्यपाल होंगे।

2. थावर चंद गहलोत: केंद्रीय मंत्री थे, अब कर्नाटक के राज्यपाल होंगे।

3. रमेश बैस: त्रिपुरा के गवर्नर थे, अब झारखंड के गवर्नर होंगे।

4. बंडारू दत्तात्रेय: हिमाचल के गवर्नर थे, अब हरियाणा के राज्यपाल होंगे।

5. सत्यदेव नारायण आर्य: हरियाणा के राज्यपाल थे, अब त्रिपुरा के गवर्नर होंगे।

6. राजेंद्र विश्वनाथ आरलेकर: हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल होंगे।

7. पीएएस श्रीधरन पिल्लई: मिजोरम के राज्यपाल थे, अब गोवा के गवर्नर होंगे।

8. हरिबाबू कम्भमपति: मिजोरम के राज्यपाल होंगे।

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