ग्वालियर में गूंजे कमलनाथ के बोल, इस बार ऐसा रिजल्ट आएगा कि तोड़फोड़ की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी

भोपाल- पीसीसी चीफ कमलनाथ इन दिनों चुनावी मोड में नज़र आ रहे है, कमलनाथ की नज़र मध्यप्रदेश के हर जिले पर है, लगातार जिलेवार दौरे और प्रदेश में कमलनाथ की सक्रियता से बीजेपी में टेंसन का माहौल बना रही है, कमलनाथ एमपी के हर जिले पर अपनी पैनी नज़र बनाए हुए हैं. हाल ही में पीसीसी चीफ कमलनाथ रविदास जयंती के मौके पर ग्वालियर दौरे पर पहुंचे, कमलनाथ के साथ राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह भी मौजूद थे. कमलनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज को जमकर घेरा।

ग्वालियर में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि, “आज से मध्य प्रदेश में भाजपा की “निकास यात्रा” की शुरुआत हुई है। शिवराज सिंह चौहान 190 महीने मुख्यमंत्री रहे हैं। 215 महीने भारतीय जनता पार्टी की सरकार रही है। सीएम शिवराज को इन 190 महीनों का हिसाब देना चाहिए कि उन्होंने मुंह चलाने के अलावा प्रदेश में और क्या काम किया? क्योंकि मुंह चलाने में और प्रदेश चलाने में बहुत अंतर होता है।”

आगे कमलनाथ ने कहा, “शिवराज मुझसे प्रश्न पूछते हैं कि मैंने 15 महीनों में क्या किया? मैं सिर्फ 15 महीने के लिए मुख्यमंत्री था जिसमें से ढाई महीने आचार संहिता और लोकसभा चुनाव में चले गए। बाकी साढ़े 12 महीने का हिसाब देने के लिए मैं तैयार हूं। मध्य प्रदेश की जनता मेरी गवाह है। मध्य प्रदेश की जनता इस बात की भी गवाह है कि भाजपा के राज में हमारे नौजवानों के भविष्य का, हमारे कृषि क्षेत्र का और हमारे छोटे व्यापारियों का किस तरह सत्यानाश हुआ है।”

कमलनाथ ने इस दौरान कहा कि, “मुझे पूरा विश्वास है कि 7 महीने बाद मध्य प्रदेश की जनता प्रदेश की तस्वीर अपने सामने रखकर प्रदेश का भविष्य सुरक्षित रखेगी। नौजवान और किसानों का भविष्य सुरक्षित रखेगी। मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार चुनाव में ऐसे परिणाम आएंगे कि तोड़फोड़ करने की किसी को नौबत ही नहीं आएगी।” सीएम चेहरे को लेकर पूछे जाने पर कमलनाथ ने कहा कि मैं किसी पद का आकांक्षी नहीं हूं, मैंने ईश्वर की कृपा से अपने जीवन में बहुत कुछ प्राप्त कर लिया है, अब मेरा लक्ष्य सिर्फ मध्यप्रदेश के भविष्य को सुरक्षित रखना है।

पूर्व सीएम में आगे बताया, “भाजपा सरकार ने हाल ही में छठवां इन्वेस्टर सम्मिट किया। हर आयोजन में यह बातें कही गई कि इतने लाख रुपए का निवेश आएगा, उतने लाख रुपए का निवेश आएगा। पर सच्चाई यह है कि 18 साल में 100 रुपए में से 30 पैसा ही निवेश मध्य प्रदेश में आया। मतलब भारत के कुल निवेश का 0.3 प्रतिशत। प्रदेश में आर्थिक गतिविधि घट गई है।
शिवराज सरकार ने जितना कर्ज लिया है इतिहास में किसी भी सरकार ने इतना कर्ज नहीं लिया। कर्ज के पैसे से इन्होंने बड़े-बड़े ठेके दिए। इनकी नीति रही है कि ठेका दो एडवांस पेमेंट करो और अपना कमीशन वसूल करो।”

कमलनाथ ने अंत में कहा कि, “मैंने मध्य प्रदेश को एक नई पहचान दिलाने प्रयास किया था। मेरा मानना है कि मध्य प्रदेश की पहचान किसी माफिया से नहीं हो सकती, मिलावट खोरी से नहीं हो सकती इसलिए हमने शुद्ध का युद्ध अभियान चलाया था, माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाया था। हमने 27 लाख किसानों का कर्जा माफ किया था। हमने 100 रुपए में 100 यूनिट बिजली देने का काम किया। हमारे 15 महीने की सरकार की गवाह प्रदेश की जनता है। जब मैंने मुख्यमंत्री के तौर पर सत्ता संभाली तब मैंने अपनी नीति और नियत का परिचय दिया।”