आज इस्तीफा दे सकते हैं हेमंत सोरेन, राज्यपाल से मिलेगा UPA डेलीगेशन

नई दिल्ली- झारखंड में जारी सियासी बवाल के बीच बड़ी खबर सामने आई है. बताया जा रहा है कि आखिरकार अब सीएम हेमंत सोरेन अपना इस्तीफा दे सकते हैं. सोरेन ने शाम 4 बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई है, जिसके बाद वो विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे सकते हैं. कहा जा रहा है कि सोरेन इसके बाद दोबारा सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.

सूत्रों के मुताबिक हेमंत सोरेन बैठक के बाद राज्यपाल से मिलने पहुंच सकते हैं, जहां पर वो अपनी विधायकी से इस्तीफा सौंप सकते हैं. हालांकि इस पर जब एबीपी न्यूज़ की तरफ से हेमंत सोरेन के भाई वसंत सोरेन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि, ऐसी कोई बात नहीं है. बेवजह इस तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.

जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा की तरफ से झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस को चिट्ठी लिखकर मिलने का अनुरोध किया गया था, लेकिन राजभवन ने मिलने से इनकार कर दिया. हालांकि बताया गया है कि शाम 4 बजे यूपीए डेलीगेशन राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात कर सकता है.

सदस्यता पर आना है फैसला
दरअसल सीएम हेमंत सोरेन ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में फंसे हैं. उनके खिलाफ इस मामले में जांच जारी है. इसी मामले को लेकर चुनाव आयोग ने राज्यपाल को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें हेमंत सोरेन की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की गई. इस सिफारिश पर राज्यपाल को फैसला लेना है, जो कभी भी लिया जा सकता है. इस खतरे को भांपते हुए अब सोरेन खुद इस्तीफा देने वाला दांव चल सकते हैं. वो पहले विधायक पद से इस्तीफा दे सकते हैं और एक बार फिर राज्यपाल के सामने जाकर सरकार बनाने की पेशकश कर सकते हैं. हालांकि अब तक ये साफ नहीं हुआ है कि सोरेन ऐसा करेंगे.

रायपुर में विधायकों की घेराबंदी
झारखंड में चल रहे सियासी संकट के बीच हेमंत सोरेन ने अपने विधायकों को रायपुर भेज दिया है. बताया जा रहा है कि यहां के एक रिजॉर्ट में 30 से ज्यादा विधायक ठहराए गए हैं. जिनकी पूरी तरह से घेराबंदी की गई है. इन विधायकों को तब तक यहां ठहरने को कहा गया है जब तक हालात सुधर नहीं जाते. इस मामले को लेकर बीजेपी ने सोरेन को घेरा है और कहा है कि वो विधायकों की पार्टी कर रहे हैं. वहीं सोरेन का कहना है कि बीजेपी विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है और उनकी सरकार को गिराने की साजिश रची जा रही है.