मध्यप्रदेश में शिक्षा माफिया इतने पैर पसार चुके है कि वो चैलेंज देकर बोल रहे है रोक सको तो रोक लो : संगीता शर्मा

भोपाल- मध्य प्रदेश मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने बयान जारी करते हुए कहा है कि मध्यप्रदेश कई वर्षों से माफिया के चंगुल में फंसा हुआ है। प्रदेश की भाजपा सरकार को सब मालूम है, बावजूद इसके इस पर किसी प्रकार का अंकुश नहीं लगा पा रही है, मध्यप्रदेश ही देश में एक मात्र ऐसा राज्य है जहां सबसे बड़ा व्यापम महाघोटाला हुआ,जिसमे लाखों छात्रों का भविष्य बर्बाद हुआ, कई लोगों की जान चली गई।

संगीता शर्मा में आगे कहा है कि मध्यप्रदेश में शिक्षा माफिया इतने पैर पसार चुके है कि वो चैलेंज देकर बोल रहे है रोक सको तो रोक लो और पेपर लीक कर रहे है, ऐसे है हमारे जिम्मेदार मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और सिस्टम इनका राज “अंधेर नगरी चौपट राजा” की तरह है।
और यही हमारे मध्यप्रदेश की हकीकत भी है, यहां तमाम प्रकार के माफिया सक्रिय हैं। शराब माफिया, खनन माफिया, भू माफिया, उद्योग माफिया, तबादला माफिया, मिलावट माफिया ऐसे बहुत सारे माफिया हैं, बहुत लम्बी फेहरिस्त है, लेकिन भाजपा सरकार के राज में तो शिक्षा के मन्दिर भी नही बचे, यह भी माफियाओं के जाल में उलझा दिये गए है।

मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की 18 साल से अधिक की सरकार है, मध्यप्रदेश को स्वर्णिम मध्यप्रदेश बनाना था, आर्थिक साम्राज्य स्थापित होना था, उद्योग लगने थे, युवाओं को रोजगार मिलना था, वो तो दूर- दूर तक दिखाई नही देते, मध्यप्रदेश का आर्थिक विकास कर माया नगरी बनाना चाहिए था, लेकिन मुख्यमंत्री जी, आपने तो मध्यप्रदेश को माफिया नगरी बना दिया।
शिक्षा का ऐसा माफिया की मुख्यमंत्री,मंत्री प्रशासन सब माफियाओं के सामने पंगु हो गए और माफिया इन्हे चैलेंज दे रहे हैं।

शर्मा ने कहा यहां 20 लाख से अधिक छात्रों के भविष्य का सवाल है, हम उन सभी पैरेंट्स के साथ खड़े हैं। उन छात्रों का क्या कसूर जिन्होने पूरा साल मेहनत करके परीक्षा दी, उनके पैरेंट्स ने साल भर तन मन धन से बच्चों को सहयोग किया। अब यदि दोबारा परीक्षा होती है तो उन लाखों-लाख बच्चों के भविष्य और उनकी मेहनत के साथ खिलवाड होगा।

जो लोग इस नेक्सस में लिप्त हैं उन पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए कांग्रेस की सरकार बनने पर रासुका जैसे कड़े कानून बनाएंगे जिससे शिक्षा माफिया को कुचला जा सके।