कांग्रेस सदस्यों को नशे से दूर रहना चाहिए और सार्वजनिक रूप से पार्टी की आलोचना नहीं करनी चाहिए, महाधिवेशन में जोड़े नए नियम

नई दिल्ली- छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस का तीन दिवसीय 85वां महाधिवेशन आयोजित किया गया है. जिसमें पार्टी के संविधान को लेकर नए नियम जोड़ गए हैं. महाधिवेशन में कहा गया कि कांग्रेस सदस्यों को नशे से दूर रहना चाहिए और सार्वजनिक रूप से पार्टी की आलोचना नहीं करनी चाहिए. साथ ही उन्हें यह साफ किया गया है कि सदस्य को अपने बारे में बताना होगा कि वो वालंटियर वर्क और कम्युनिटी सर्विस करने के लिए कमिटेड हैं.

कांग्रेस के संविधान में किए गए संशोधन में कहा गया है कि सदस्यों को यह बताना होगा कि “वह साइकोट्रोपिक सब्सटेंस, प्रोहिबिटेड ड्रग्स और नशीले सब्सटेंस के उपयोग से दूर रहता है. इसके अलावा वह वह विशेष रूप से वंचित और गरीब वर्गों, सोसाइटी इंक्लूडिंग लेबर, सार्वजनिक संपत्ति के निर्माण के लिए कार्यें और परियोजनाओं में भाग लेता है. इसके अलावा वह सामाजिक न्याय समानता और सद्भाव के कारण की सेवा करने के लिए खुद को संचालित करता है.

सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी थे उपस्थित
संशोधनों में यह भी कहा गया है, “उसने लेंड सीलिंग लॉ का उल्लंघन नहीं किया है और न ही उसे किसी अपराध के लिए दोषी ठहराया गया है. इसके साथ ही वह धर्मनिरपेक्षता, समाजवाद, सामाजिक न्याय और लोकतंत्र के सिद्धांतों की सदस्यता लेता है और उसके लिए काम करता है. सार्वजनिक मंचों पर पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों की आलोचना नहीं करता है. कांग्रेस के 85वें महाधिवेशन में 15,000 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. यह कल यानी (24 फरवरी) को शुरू हुआ है. इसके साथ ही इसमें 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेने की उम्मीद है. महाधिवेशन की बैठक के पहले दिन कांग्रेस संचालन समिति ने पार्टी की एपेक्स काउंसिल वर्किंग कमिटी के लिए चुनाव नहीं कराने का फैसला किया. दिन में पहली बैठक हुई जिसमें जिसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी उपस्थित थे.