इस साल मध्यप्रदेश में औसतन हुई बारिश, 122 दिनों में 53 इंच हुई बारिश

भोपाल- मध्यप्रदेश झमाझम बारिश के कई दौर के बाद आखिरकार 30 सितंबर को साल 2022 के मानसून ने विदाई ले ली.चार माह के मानसूनी सीजन में जबलपुर में 53 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई जो औसत वर्षा के आंकड़े के बराबर है. एक जून से शुरू हुआ मानसून सीजन शुक्रवार 30 सितंबर को खत्म हो गया.बारिश के लिहाज से इस बार मानसून सीजन अच्छा रहा. 2019 के बाद दो साल के अंतराल में बारिश का आंकड़ा औसत को छू सका, हालांकि तीन साल पहले 63 इंच बारिश दर्ज हुई थी.

जबलपुर में इस बार पूरे मानसून सीजन में कुल 122 दिनों में 53 इंच बारिश दर्ज की गई. बारिश का औसत आंकड़ा 52 इंच है. मौसम विभाग के शेड्यूल के अनुसार अब आगे अक्टूबर माह की शुरुआत से जो बरसात होगी वह विंटर सीजन में दर्ज होगी. हालांकि अभी मध्य प्रदेश से मानसून लौटने की घोषणा नहीं हुई और आगे संभावना है कि लौटता मानसून जबलपुर बारिश की कुछ बौछारें बरसा सकता है.वैसे अगले 24 घंटों में मौसम साफ रहने का अनुमान है.

बरगी डेम के 5 गेट अभी भी खुले
जबलपुर में नर्मदा नदी पर बने बरगी बांध के 5 गेट अभी भी खुले हुए हैं. जलग्रहण क्षेत्रों से बारिश का पानी अब भी आ रहा है. बांध का जलस्तर 422.95 मीटर बना हुआ है,जबकि अधिकतम लेवल 422.75 मीटर है. मानसून सीजन 30 सितंबर तक रहता है, तो बरगी बांध का मानसून सीजन अमूमन 15 दिन ज्यादा चलता है. इसकी वजह यह है कि मानसून लौटने के बाद भी बाँध में पानी आने का क्रम चलता रहता है. बाढ़ नियंत्रण प्रभारी उपयंत्री राजाराम रोहित के अनुसार आगे बांध में पानी आना कम हुआ तो खुले गेटों को बंद किया जा सकता है.

रात में होने लगी ठंडक
जबलपुर में फिलहाल दिन में तीखी धूप का अहसास है तो रात में हल्की ठण्डक शुरू हो गई है. नवरात्र के दिनों में ओस भी गिरना शुरू हो गई है. एक्सपर्ट के अनुसार अगले एक सप्ताह में मौसम में तेजी से बदलाव होगा जिसमें रात के समय हल्की ठण्डक बढ़ेगी. शुक्रवार को जबलपुर का अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री दर्ज किया गया,जो सामान्य से एक डिग्री अधिक रहा.न्यूनतम तापमान 22.2 डिग्री दर्ज किया गया,जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा.शहर के आसपास अभी उत्तर-पूर्वी हवाएँ सक्रिय हैं,जिससे बारिश हो सकती है.