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दो करोड़ रुपए खर्च करके पाम ट्री और दूसरी विदेशी प्रजातियों के पेड़-पौधे नष्ट
अब इन्हें उखाड़कर अटल पथ के किनारे फेंका जा रहा
भोपाल – भोपाल में माता मंदिर से जवाहर चौक तक बनाए गए अटल पथ (बुलेवर्ड स्ट्रीट) के सेंट्रल वर्ज और साइड में हरियाली के नाम पर दो करोड़ रुपए खर्च करके पाम ट्री और दूसरी विदेशी प्रजातियों के पेड़-पौधे लगाए गए थे। पर्यावरण विशेषज्ञों ने लगने से पहले ही कहा था कि ये पेड़- पौधे को भोपाल की जलवायु और पर्यावरण के अनुकूल नहीं हैं। इसके बावजूद पाम ट्री समेत अन्य सजावटी पेड़ों पर भारी भरकम बजट खर्च किया गया। अब इन्हें उखाड़कर अटल पथ के किनारे फेंका जा रहा है।
बता दें कि 1.6 किमी लंबी बुलेवर्ड स्ट्रीट के सेंट्रल वर्ज पर 400 से ज्यादा पाम ट्री लगाए गए थे। इसके बाद बुलेवर्ड स्ट्रीट के दोनों साइड पेड़ों की दो-दो लेन और लगाई गई। जबकि स्मार्ट सिटी कंपनी को स्टेट इन्वायर्नमेंट इंपेक्ट असेसमेंट अथारिटी (सिया) ने इस शर्त के साथ डेवलपमेंट की अनुमति दी थी कि यहां देशी प्रजातियों के ही पौधे लगाए जाएंगे। इसमें वन विभाग की सलाह भी ली जाना थी। लेकिन पेड़ लगाते समय गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया। अब इन पेड़ों को उखाड़कर फेंका जा रहा है।
भोपाल शहर की जलवायु के अनुकूल नहीं पाम ट्री
सिया ने कंपनी को पर्यावरण अनुमति में शर्त रखी थी कि नीम, महानीम, गुलमोहर, मौलश्री, करंज, पुत्रंजीवा जैसी 17 प्रजातियों के पौधे लगाए जाएंगे। यह भी लिखा गया था कि कंपनी को कम से कम दो मीटर ऊंचाई के 30 हजार पेड़ लगाना होंगे। इसके लिए प्रोजेक्ट कम्पलीट होने का इंतजार नहीं करना होगा। इसके बावजूद स्मार्ट सिटी कंपनी के अधिकारियों ने मनमानी कर पाम ट्री लगा दिए। अब माना जा रहा है कि पाम ट्री भोपाल के पर्यावरण के हिसाब से इनका रोपण उचित नहीं है।