जीतू पटवारी के आते ही कांग्रेस पूरी आक्रामकता के साथ चुनावी अभियान में जुटी

जीतू पटवारी ने भाजपा को रक्षात्मक रुख अपनाने पर मजबूर किया

भोपाल – अभी तक चुनावी अभियान में थोड़ी सुस्त दिखाई दे रही कांग्रेस को जीतू पटवारी ने नई ऊर्जा और नया लक्ष्य प्रदान कर दिया है। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का पद संभालते ही जीतू पटवारी ने जिस तरह से कांग्रेस को पूरे चुनाव अभियान में वापस ला खड़ा किया है, वो किसी चमत्कार से कम नहीं है। बीजेपी जहां पूरी 29 सीट जीतकर क्लीनस्वीप का संदेश देने के लिये योजना बना रही थी, वहीं जीतू पटवारी ने 12 से अधिक सीटों में निश्चित जीत और क़रीब 15 सीटों में कांग्रेस और बीजेपी के मुक़ाबले को काँटे का बना दिया है।
जनवरी में पूरी कांग्रेस को लेकर अयोध्या दर्शन करने जाने की बात कहकर जहां जीतू पटवारी ने पूरे देश के सामने अपने निर्णायक और सकारात्मक चरित्र का परिचय दिया, वहीं राममंदिर मामले में भी पूरी मुखरता के साथ उन्होने अपने धर्म की पूजा और सभी धर्मों का आदर करने की बात दोहराई।
जीतू पटवारी के करीबियों का कहना है कि जीतू पटवारी अपने आस-पास के लोगों को भी सकारात्मकता से ऊर्जा पाने का संदेश देते रहते हैं। शिकायत से ज़्यादा सुधार को महत्व देते है। हमेशा लोगों को आत्ममंथन, आत्मचिंतन और आत्मावलोकन के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। यही कारण है कि संगठन से नकारात्मकता हटकर अब एकजुटता और आक्रामकता दिखाई देने लगी है।
संकटकाल से गुजर रही मध्यप्रदेश कांग्रेस में पुनः ऊर्जा भरने और कांग्रेस के पक्ष में माहौल तैयार करने के लिए जीतू पटवारी की योजना और रणनीति बिल्कुल कारगर साबित हुई है, और जीतू पटवारी ने अपने आस-पास के लोगो से लेकर पूरे प्रदेश के कार्यकर्ताओं को सकारात्मक सोच के साथ लोगों को साथ लेकर आगे बढ़ने का संदेश दिया है।
मध्यप्रदेश कांग्रेस के लिये संजीवनी बने जीतू पटवारी ने जहां पूरी बीजेपी को रक्षात्मक रूप में कर दिया है, वहीं पूरी कांग्रेस आक्रामक होकर सरकार से सवाल पूछ रही है। पूरी कांग्रेस को एक सूत्र में पिरोने और निराशा के भाव से आगे निकलकर फिर मैदान फतेह करने की जीतू पटवारी की योजना निश्चित ही रंग लायेगी।