सुमित्रा महाजन के बयान पर बोले रणदीप सिंह सुरजेवाला – ये डर नहीं तो क्या है?
अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर उठ रहे सवालों पर कांग्रेस ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘मोदी सरकार की तानाशाही से खुद पूर्व लोकसभा अध्यक्षा सुमित्रा महाजन पीड़ित थीं. जनता के मुद्दों पर अपनी बात पार्टी मंचों पर नहीं रख पाती थीं. उसके लिए वो कांग्रेस के नेताओं का सहारा लेती थीं. क्या ये डर नहीं तो और क्या है?’
बिजनेसमैन और बजाज समूह के चेयरमैन राहुल बजाज की केंद्र की मोदी सरकार पर टिप्पणी के बाद पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा है कि मध्य प्रदेश में बीजेपी शासनकाल के दौर में कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने के लिए वे कांग्रेस नेताओं से संपर्क किया करती थीं. खुद से कुछ कहने की जगह कांग्रेसी नेताओं का सहारा लेती थीं.
मोदी सरकार की तानाशाही से खुद पूर्व लोकसभा अध्यक्षा, श्रीमती सुमित्रा महाजन पीड़ित थी, जनता के मुद्दों पर अपनी बात पार्टी मंचों पर नहीं रख पाती थी।
उसके लिए वो कांग्रेस के नेताओं का सहारा लेती थी।
क्या ये डर नही तो और क्या है? pic.twitter.com/PzEuvP1sB7
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) December 2, 2019
इंदौर से 8 बार सांसद रहीं सुमित्रा महाजन ने कहा कि वे मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई वाली बीजेपी के शासनकाल में महत्वपूर्ण मुद्दों पर खुद से कुछ नहीं कह सकती थीं क्योंकि राज्य में उनकी ही पार्टी की सरकार थी. पिछले साल विधानसभा चुनाव में मिली हार से पहले लगातार 15 साल तक राज्य में बीजेपी की सरकार थी.
भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता सुमित्रा महाजन ने कहा, ‘मध्य प्रदेश में जब शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई वाली बीजेपी सत्ता में थी, तब अहम मुद्दों को लेकर मैं चुप रहती थी क्योंकि यह मेरी ही पार्टी (बीजेपी) की सरकार थी. मुझे लगता था कि इंदौर की जनता के हित के लिए कुछ मुद्दों को उठाना चाहिए तो मैं कांग्रेस के नेताओं का सहारा लेती थी.’
पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वे यह कहते हुए दिख रही हैं कि अपनी सरकार के खिलाफ मैं नहीं बोल सकती थीं.