मध्य प्रदेश के इन जिलों में बाढ़ से नहीं मिलेगी राहत, यह है जबलपुर की स्थिति

जबलपुर: मध्यप्रदेश के जबलपुर (Jabalpur) और आसपास के जिलों में मानसून एक बार फिर एक्टिव हुआ है. लगातार बारिश के बाद रविवार की शाम 5 बजे बरगी बांध (Bargi dam) के गेट खोलने पड़े. बांध के 3 गेटों को आधा मीटर की सीमा तक खोला गया है. वहीं आज सुबह दस बजे से छह गेट और खोलने की सूचना दी गई है. इससे जबलपुर के साथ नर्मदा (Narmada river) किनारे बसे शहरों में एक बार फिर बाढ़ के हालात बनेंगे. बढ़ी बांध का जल स्तर रविवार शाम तक 422.25 मीटर रहा और 96 फीसदी भर चुका था.

6 गेट और खोले जाएंगे
बाढ़ नियंत्रण प्रभारी राजा राम रोहित के अनुसार, बरगी बांध के पूर्व से खुले हुए 3 गेटों से बांध से 417 घन मीटर प्रति सेकंड जल की निकासी की जा रही है. आज सुबह 10:00 बजे बरगी डैम के 6 गेट और खोले जाएंगे. इस प्रकार खोले गए कुल 9 गेटों से 1405 घन मीटर प्रति सेकंड जल की निकासी की जायेगी, जिससे नर्मदा नदी का जलस्तर 8-10 फिट और बढ़ जाएगा.

दो दिन बारिश की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर एक चक्रवातीय परिसंचरण है, जिसके प्रभाव से बादल मध्य प्रदेश के जिलों में बरस रहे हैं. इसी के साथ विदर्भ से लेकर आंध्र प्रदेश तक मानसून ट्रफ लाइन है, जिससे भी आसपास बादल खिंच आए हैं. संभाग के जिलों में इन हालातों में अगले दो दिन तक बारिश होने की संभावना बनी हुई है. पूर्वी मध्य प्रदेश के ऊपर जो लो प्रेशर था वह आगे बढ़ा जिसके बाद नये सिस्टम से रविवार को बारिश शुरू होगी।

रविवार शाम हुई बारिश
विभाग ने बताया, रविवार की सुबह हल्के बादल रहे और दोपहर बाद उमस के साथ धूप रही, फिर शाम 4:30 बजे के करीब रिमझिम बरसात का दौर शुरू हुआ जो रुक-रुक कर रात तक जारी रहा. रिमझिम बारिश के दौर में कुल 12.1 मिमी बारिश दर्ज हुई. इस आधा इंच बारिश को मिलाकर जबलपुर में इस मानसून सीजन में कुल 41 इंच के करीब बरसात दर्ज हो चुकी है.