रेत माफिया ने एएसआई को पीटा, कहा रिश्वत लेते हो फिर क्यों पकड़ा

-साथ में खड़े पुलिसकर्मी एसआई की पिटाई का देखते रहे तमाशा, आरोपी को पकड़ने की वजाय भागने में की मदद, शिवपुरी का मामला

भोपाल. मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार में रेत माफियाओं के हौसले बुलंद हो गए है. रेत माफियाओं के आंतक का ऐसा ही मामला शुक्रवार को शिवपुरी में देखने को मिला. यहां पर अवैध रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली को रोकने पहुुचे एएसआई की रेत माफिया ने न सिर्फ पिटाई कर दी बल्कि धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया और जान से मारने की धमकी दी. दूसरी तरपफ साथ में गए शेष पुलिसकर्मी रेत माफिया के आगे खड़े होकर एएसआई की पिटाई का तमाशा देखते रहे. इस दौरान चेकिंग प्वाइंट पर खड़ा पुलिसकर्मी पूरे घटनाक्रम को देखता रहा लेकिन उसने न तो एएसआई को पिटने से बचाया और न ही आरोपियों को पकड़ने के लिए उनका पीछा किया. जिस वजह से माफिया आसानी से मौक से भागने में भी सफल हो गया.
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की सुबह 6 बजे कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बाहर से आने वालों से पूछताछ के लिए मुरैना-गढ़ी रोड पर पुलिस चेकिंग कर रही थी. इस दौरान चंबल नदी से अवैध तरीके से रेत खनन कर ला रहे तीन ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को चेकिंग कर रहे एएसआई राजेंद्र सिंह जादौन ने पकड़ लिया. इन्हें थाने भेज पाते कि इसके पहले ही रेत माफिया बंटी रावत व उसके दो साथी मौके पर आ धमके. माफिया ने यह कहते हुए एएसआई जादौन के साथ मारपीट कर दी कि जब वह उन्हें रेत की एंट्री (रुपए) दे रहे हैं तो फिर क्यों पकड़ा है. इसके बाद एएसआई जादौन को थप्पड़ मारते हुए उसे धक्का दे दिया. इसके बाद भी माफिया नहीं माने और उन्होंने एएसआई को जाते समय जान से मारने की धमकी दे डाली. आरोपी मौके से भी बड़े आराम से निकल गए. इन्हें पकड़ने के विजयपुर थाना पुलिस ने कोई प्रयास नहीं किया. पुलिस ने एएसआई की शिकायत पर मुरैना जिले के थाना सेंथरा, रायड़ी गांव निवासी बंटी रावत व उसके दो साथियों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा, मारपीट आदि का मामला दर्ज कर लिया है.

आरोपियों को भगाने में आरक्षक ने की मददः
एएसआई पर हाथ उठाने और उसे धक्का देने के बाद माफिया का एक और साथी पुलिस को सड़क पर धमकाने लगा कि दोबारा एंट्री के लिए फोन किया तो अंजाम अच्छा नहीं होगा. इस पर आरोपी को पकड़ने के बजाए मौके पर मौजूद आरक्षक ने उसे जाने के लिए कहा और एएसआई देखते रह गए. इसके बाद भी पुलिस नहीं जागी। आरोपी ट्रैक्टर-ट्रॉली सहित फरार हो गए।

तहसीलदार को भी दी थी कुचलने की धमकी
रेत माफिया विजयपुर-वीरपुर, ढोढर क्षेत्र में पुलिस संरक्षण के चलते इतने हावी है कि न तो वह पुलिस देख रहे हैं और न ही अफसर. करीब 15 दिन पहले इसी रोड पर तत्कालीन तहसीलदार अशोक गोबडि़या ने भी रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली पकड़े लेकिन माफिया के हौसले इतने बुलंद थे कि उन्होंने तत्कालीन तहसीलदार को ही ट्रैक्टर से कुचलकर मार डालने की धमकी दे डाली और लड़-झगड़कर पकड़ में आए ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को छुड़ा ले गए. इस मामले में तब भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नही की, जबकि पूरी घटना पुलिस के सामने ही हुई थी।

पुलिस संरक्षण में रेत कारोबार संचालित होने का लगाया था आरोप
रेत का कारोबार श्योपुर में ढोढर, श्यामपुर, रघुनाथपुर क्षेत्र में धड़ल्ले से चंबल नदी से किया जा रहा ह.ै यहां से कई ट्रैक्टर-ट्रॉली रेत ओछापुरा, वीरपुर, ढोढर थानों के सामने से होकर गुजरती है लेकिन न तो इन्हें पुलिस रोक पाती है और न ही तहसीलदार व खनिज अफसर. चंबल से रेत खनन के मामले में अब तक जितनी भी कार्रवाई की गई, वह सिर्फ सबलगढ़ रेंज के एसडीओ आरआर अटल ने की.वह पहले भी कह चुके है कि चंबल नदी से रेत का खनन पुलिस संरक्षण में किया जाता है. इसलिए रेत माफिया यहां अफसरों पर हावी है.

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