- बालाघाट में डाक मत पत्रों के साथ छेड़छाड़, कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा को तत्काल निलंबित किया जाये - कांग्रेस
- मध्य प्रदेश में कांग्रेस को 151 सीट, भाजपा एवं अन्य को 79 सीट मिलने का अनुमान
- एग्जिट पोल- तेलंगाना में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत का अनुमान
- दिग्विजय सिंह बोले- शिवराज से ऊब चुके लोग
- छत्तीसगढ़ के सभी एग्जिट पोल में कांग्रेस की सरकार का दावा
कोरोना मरीजों की संख्या कम बताने शुरू हुआ खेल

-एक सप्ताह में 290 मरीजों के नाम पॉजिटिव सूची में, अफसरों ने डाले दो दिन बाद, स्वास्थ्य अमले की लापरवाही आई सामने
भोपाल. राजधानी भोपाल में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को कम बताने का खेल शुरू हो गया है. हेराफेरी की जा रही है. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अफसर रोजाना औसतन 41 पॉजिटिव मरीजों के नाम जांच रिपोर्ट आने के 2 दिन बाद कोविड पॉजिटिव लाइन लिस्ट में शामिल कर रहे हैं. भोपाल में पिछले सात दिन में 290 मरीजों के नाम पॉजिटिव पेशेंट लाइन लिस्ट में दो दिन की देरी से जोड़े गए हैं. यह खुलासा जिला प्रशासन की एक हफ्ते की कोविड पॉजिटिव पेशेंट लाइन लिस्ट में हुआ है. जिला प्रशासन ने 29 जुलाई को भोपाल में 166 कोविड पॉजिटिव पेशेंट मिलना बताया. पेशेंट की लाइन लिस्ट जारी की, जिसमें 33 मरीजों के नाम ऐसे थे, जिनकी रिपोर्ट 27 जुलाई को लैब से जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को मिली थी. इन मरीजों के नाम प्रशासन 28 जुलाई की लिस्ट में शामिल करता, तो उस दिन पॉजिटिव मरीजों की संख्या 199 के बजाय 232 होती.
सीएम का नाम सूची में
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कोरोना 25 जुलाई को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. उनका नाम 26 जुलाई की कोरोना पॉजिटिव मरीजों की सूची में शामिल होना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. सूची में उनका नाम डाला ही नहीं गया.
भगत 28 जुलाई को पॉजिटिव, सूची में नाम डाला 31 को
भाजपा संगठन महामंत्री सुहास भगत का सैंपल 28 जुलाई को लिया गया. जांच उसी दिन हो गई. 28 जुलाई को रिजल्ट आने के बाद भी नाम 31 जुलाई के पॉजिटिव मरीजों की सूची में डाला गया.
ये उदाहरण जो खड़े कर रहे सवाल
- बाणगंगा निवासी 45 वर्षीय महिला के सैंपल की जांच रिपोर्ट 24 को आई थी, लेकिन उनका नाम 27 जुलाई की सूची में उजागर किया गया.
- बरखेड़ी निवासी 45 वर्षीय मरीज का सैंपल 26 जुलाई को लिया गया. 28 को रिपोर्ट आई बावजूद इसके इनका नाम 30 जुलाई की सूची में शामिल था.
- राजवेद कॉलोनी कोलार निवासी 59 मरीज का सैंपल 26 को लिया गया. 27 जुलाई को रिजल्ट आने के बाद भी उनका नाम 29 जुलाई की सूची में दिया गया था.
- रजत नगर पिपलानी निवासी 45 वर्षीय मरीज का सैंपल 28 जुलाई को लिया गया. 29 को रिजल्ट आने के बाद भी 31 जुलाई की सूची में नाम उजागर किया गया.
- साकेत नगर निवासी 48 वर्षीय मरीज का सैंपल 23 को लिया गया. 24 को जांच के लिए भेजा और 26 को रिजल्ट आया. लेकिन उनका नाम 28 जुलाई की सूची में दर्ज है.