मालवा-निमाड़ में MIC पर दंगल शुरू, रतलाम में भोपाल से तय होंगे नाम

इंदौर- नगर निगम चुनाव में महापौर, पार्षदों और सभापति के निर्वाचन के बाद अभी सभी की नजर एमआईसी के गठन को लेकर है। जहां तक मालवा-निमाड़ में पांच नगर निगम की एमआईसी का सवाल है इसमें सबसे ज्यादा इंदौर और उज्जैन में घमासान है। देवास में एमआईसी का गठन हो चुका है। रतलाम में आठ नाम सामने आए हैं, इनके नाम लगभग तय हैं। वहीं खंडवा में 15 दावेदार हैं। यहां महापौर भी अपने पास कुछ विभाग रखेंगे।

यहां मालवा-निमाड़ की एमआईएसी गठन की पड़ताल के साथ पढ़िए कि एमआईसी क्या है? ये कैसे काम करती है, इस पर नियंत्रण किसका होता है? आमतौर पर जिस पार्टी का महापौर चुना जाता है उसी पार्टी के पार्षदों को एमआईसी में तवज्जो दी जाती है, लेकिन सिंगरौली की स्थिति से जानिए कि किस तरह विपक्षी दलों के पार्षदों को शामिल कर एमआईसी का गठन किया जाता है।

सबसे पहले जान लेते हैं प्रदेश के सबसे बड़े शहर इंदौर नगर निगम की स्थिति

इंदौर में वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय, सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला व मालिनी गौड के समर्थक पार्षदों को एमआईसी में शामिल किए जाने तो लेकर काफी होड़ मची है। इसे लेकर सूची भोपाल पहुंची है और संभावना है कि एक-दो में नाम घोषित कर दिए जाएंगे।

इंदौर में महिला पार्षद को लेकर भी खींचतान

इंदौर नगर निगम में एमआईसी में महिला पार्षद को शामिल करने और नहीं करने को लेकर भी काफी दबाव है। कोशिश की जा रही है कि इस एक महिला पार्षद को एमआईसी में रखा जाए लेकिन इसके बदले किसी अच्छे दावेदार पार्षद को बाहर रखना होगा। विधानसभावार ये हैं दावेदार-

विधानसभा : 1

निरंजन चौहान, अश्विन शुक्ल व पराग कौशल।

विधानसभा : 2

राजेंद्र राठौर व जितेंद्र कुमार यादव (जीतूू)। महिला में पूजा पाटीदार।

विधानसभा : 3

मनीष शर्मा व गजानन गावडे।

विधानसभा : 4

कमल लड्‌ढा व राकेश जैन।

विधानसभा : 5

राजेश उदावत, नंदकिशोर पहाडिया व प्रणव मंडल।

राऊ :
अभिषेक शर्मा (बबलू) व ओमप्रकाश आर्य। महिला में लक्ष्मी वर्मा।

गिदवानी को लेकर मालिनी गौड़ मुखर
विधानसभा 4 में इस बार कंचन गिदवानी के टिकिट को लेकर भी जमकर विरोध हुआ और सांसद शंकर लालवानी के खिलाफ नारेबाजी हुई थी। फिर गिदवानी के जीतने के बाद उनका नाम अपील समिति में शामिल किया जिसे लेकर फिर विरोध हुआ। इस पर उनका नाम काटा गया। अब एमआईसी को लेकर विधायक मालिनी गौड ने उनके नाम का जमकर विरोध किया है। ऐसे में महिला में पूजा पाटीदार व लक्ष्मी वर्मा के नाम हैं। हालांकि पूजा पाटीदार की संभावना भी कम ही है।

उज्जैन में डॉ. योगेश्वरी, दुर्गा व वर्मा के नाम तय
उधर, उज्जैन में एमआईसी में अनुभवी पार्षदों को प्राथमिकता देने पर विचार चल रहा है। इसे लेकर भाजपा संगठन की दो से तीन बैठकें हो चुकी हैं। संकेत हैं कि दक्षिण क्षेत्र से ज्यादा पार्षद जीते हैं इसलिए महापौर परिषद में भी इन्हें ही ज्यादा मौका मिलेगा। इसके लिए विधायक व मंत्री डॉ. मोहन यादव व उत्तर क्षेत्र के विधायक पारस जैन अपने-अपने समर्थक पार्षदों को शामिल करने की होड़ में है। दक्षिण में दो विधानसभा क्षेत्रों में निगम के 54 वार्ड हैं। इनमें उत्तर विधानसभा क्षेत्र में 33 वार्ड हैं। भाजपा 18 वार्डों में जीती हैं जबकि दक्षिण विधानसभा में 21 वार्ड हैं। इनमें से भाजपा 19 वार्डों जीती है। कुल मिलाकर दक्षिण के वार्डों में भाजपा का दबदबा ज्यादा है।

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