पेट्रोल पंप संचालक बोले समर्थन से बंद होना था, जबरन नहीं, पीसी शर्मा समेत 100 से ज्यादा गिरफ्तार

  • पेट्रोल पंपों को जबरन बंद कराने के कारण विवाद हुआ

भोपाल में कांग्रेस द्वारा बुलाए गए बंद में जोर जबरदस्ती करने को लेकर पेट्रोल पंप संचालकों ने विरोध जताया है। उनका कहना है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दादागिरी दिखाकर पेट्रोल पंप को बंद कराने का प्रयास किया। इसके बाद पुलिस ने भोपाल में प्रदर्शन के दौरान पूर्व मंत्री पीसी शर्मा समेत 100 से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया।

इधर, मध्य प्रदेश पेट्रोल पंप विक्रेता संघ के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि किसी भी राजनीतिक दलों को उनके द्वारा बंद के आह्वान को जनता उनकी लोकप्रियता के आधार पर ही सहयोग करती है। आज 20 फरवरी को हमारे दो पेट्रोल पंपों को कोंग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बंद कराने का असफल प्रयास किया। इसका हमारा संगठन घोर निंदा करता है।

यह है पूरा मामला

भोपाल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने दुर्गा पेट्रोल पंप समेत दो पेट्रोल पंप को जबरन बंद कराया। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने कर्मचारियों को पेट्रोल देने से और लोगों को पेट्रोल लेने से मना किया। इसकी सूचा मिलते ही डीआईजी भी मौके पर पहुंच गए थे।

उन्होंने जबरन बंद करा रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कराया। इसको लेकर अब पेट्रोल पंप संचालक भी खुलकर सामने आए हैं। अजय सिंह ने कहा कि पेट्रोल-डीजल आवश्यक चीजों में आता है। ऐसे में इस तरह से उसे बंद कराए जाना सही नहीं है।

100 से ज्यादा गिरफ्तार, एक को जेल भेजने की तैयारी

युवा कांग्रेस मध्यप्रदेश के मीडिया विभाग के अध्यक्ष विवेक त्रिपाठी ने बताया कि बंद पूरी तरह सफल रहा। व्यापारियों ने अपनी मर्जी से दुकानें और बाजार बंद रखे। हालांकि प्रदर्शन के दौरान पूर्व मंत्री पीसी शर्मा समेत 100 से अधिक कार्यकर्ताओं को हबीबगंज, करोंद और अन्य इलाकों से गिरफ्तार किया गया। इसमें युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता धनजी गिरी को गिरफ्तार कर जेल भेजा रहा है। पुलिस का कहना है कि उसके खिलाफ पहले से मामला है। विवेक के अनुसार यह मामला पुतला दहन का है।

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