पेट्रोल-डीजल 14 दिन में 11वीं बार महंगा, श्रीगंगानगर में 100 पार वहीं पास ही पंजाब में 9 रुपये सस्ता नॉर्मल पेट्रोल

देश में पहली बार किसी शहर में नॉर्मल पेट्रोल 100 रुपए के पार पहुंच गया है। राजस्थान के श्रीगंगानगर में बुधवार से लोगों को एक लीटर पेट्रोल के लिए 100 रुपए चुकाने पड़े। ऑयल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 25-25 पैसे का इजाफा किया। यह लगातार 9वां दिन है, जब तेल की कीमतें बढ़ी हैं। दिल्ली में पेट्रोल 89.54 रुपए और मुंबई में 96 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है।

श्रीगंगानगर में जयपुर के मुकाबले पेट्रोल-डीजल 4-4 रुपए महंगा

श्रीगंगानगर में पेट्रोल-डीजल की सप्लाई जयपुर और जोधपुर डिपो से हाेती है। श्रीगंगानगर से जयपुर 470 किलोमीटर और जाेधपुर 500 किलोमीटर दूर है। इससे ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट बढ़ जाती है। बुधवार को श्रीगंगानगर जिले में जयपुर के मुकाबले पेट्रोल और डीजल 4-4 रुपए महंगा रहा।

9 किलोमीटर दूर पंजाब में पेट्रोल-डीजल सस्ता

दिलचस्प बात यह है कि श्रीगंगानगर से महज 9 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद पंजाब में पेट्रोल 9.18 रुपए और डीजल 10.08 रुपए सस्ता है। पंजाब में पेट्रोल पर 25% और डीजल पर 15.94% वैट यानी वैल्यू एडेड टैक्स लगता है। वहीं, राजस्थान में पेट्रोल पर 38% और डीजल पर 28% वैट है।

श्रीगंगानगर शहर से सटे पंजाब के साधुवाली गांव से गुमजाल गांव तक 9 किलोमीटर के दायरे में 14 पेट्रोल पंप हैं। इस वजह से श्रीगंगानगर के लोग पेट्राेल भरवाने के लिए पंजाब चले जाते हैं। हालत यहां तक पहुंच गई है कि श्रीगंगानगर पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन ने राज्य सरकार को यह चेतावनी दे डाली है कि अगर बजट में उन्हें राहत नहीं मिली ताे वे पंप बंद कर चाबियां सरकार को सौंप देंगे।

इस साल 21 बार में पेट्रोल 5.83 रु. और डीजल 6.18 रु. महंगा हुआ

इस महीने बीते 14 दिनों में 11वीं बार पेट्रोल-डीजल महंगा हुआ है। इस दौरान दिल्ली में पेट्रोल 3.24 रुपए और डीजल 3.47 रुपए महंगा हो गया। इससे पहले जनवरी में रेट 10 बार बढ़े थे। इस दौरान पेट्रोल 2.59 रुपए और डीजल 2.61 रुपए महंगा हुआ था। इस साल अब तक 21 बार में पेट्रोल 5.83 रुपए और डीजल 6.18 रुपए प्रति लीटर महंगा हुआ है।

पेट्रोल-डीजल महंगा होने की 3 वजह

  • कच्चा तेल 13 महीनों में सबसे महंगे स्तर पर है। इस साल कच्चा तेल अब तक 23% तक महंगा हो चुका है। 1 जनवरी को ब्रेंट क्रूड का रेट 51 डॉलर प्रति बैरल था। अब यह 63 डॉलर के पार निकल गया है। इसकी वजह यह है कि दुनियाभर में आर्थिक गतिविधियों में पॉजिटिव ग्रोथ देखी जा रही है। इससे फ्यूल डिमांड बढ़ी है।
  • केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी नहीं घटा रही। अगर दिल्ली का उदाहरण लें तो यहां एक लीटर पेट्रोल पर 32.90 रुपए और डीजल पर 31.80 रुपए की एक्साइज ड्यूटी लगती है।
  • राज्य सरकारें पेट्रोल-डीजल पर वैट भी लगाती हैं। जैसे- दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल में वैट के 20.61 रुपए शामिल हैं।

एक्साइज ड्यूटी से सरकार की कमाई दोगुनी हुई

  • 2014 में मोदी सरकार आने के बाद 2014-15 में पेट्रोलियम प्रोडक्ट पर एक्साइज ड्यूटी से केंद्र को 1.72 लाख रुपए की कमाई हुई थी। 2019-20 में यह आंकड़ा 3.34 लाख करोड़ रुपए पहुंच गया। यानी सिर्फ 5 सालों में ही एक्साइज ड्यूटी से केंद्र सरकार की कमाई दोगुनी हो गई।
  • राज्यों को पेट्रोल-डीजल पर वैट लगाने से होने वाली कमाई 5 साल में 43% बढ़ी है। 2014-15 में इससे होने वाली कमाई 1.37 लाख करोड़ थी, जो 2019-20 में बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गई।
  • कोरोना की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के बावजूद चालू 2020-21 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में वैट से राज्यों को 78 हजार करोड़ की कमाई हुई है।

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