- नागदा बिरला प्लांट में हुई हाइड्रोजन गैस लीक, चार मजदूरों की झुलसने से हुई मौत
- मध्यप्रदेश में बेमौसम बारिश का दौर रहेगा ज़ारी, 40 से 60Km प्रतिघंटे की स्पीड से चलेगी आंधी
- 92 हजार से ज्यादा वकील गए हड़ताल पर, वकीलों ने किया तीन दिवसीय हड़ताल का ऐलान
- नईदुनिया को आगे ले जाने वाले अभय छजलानी ने छोड़ी दुनिया, कमलनाथ ने दी श्रद्धांजलि
- मेरे भाई न कभी डरे हैं, न कभी डरेंगे, सच बोलते हुए जिए हैं, सच बोलते रहेंगे : प्रियंका गाँधी
निर्मला सीतारमण ने कहा- नकदी की कोई कमी नहीं, हमारी अर्थव्यवस्था अब रफ्तार पकड़ेगी

देश की वित्त मंत्री ने बताया नकदी का कोई संकट नहीं है। खपत बढ़ने से चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ेगी। इससे बैंकों द्वारा कर्ज बांटने की रफ्तार बढ़ाने से संभव हो पाएगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्राइवेट बैंकों और वित्तीय संस्थानों के प्रमुखों के साथ बैठक के बाद यह बात कही।
सीतारमण ने कहा कि बैठक में निजी क्षेत्र के बैंकों और वित्तीय संस्थानों ने उन्हें बताया है कि नकदी की कमी नहीं है। कर्ज की पर्याप्त मांग है। त्योहारी सीजन से इकोनॉमी की रफ्तार बढ़ाने में मदद मिलेगी। बैठक में प्राइवेट बैंकों और वित्तीय संस्थानों ने सीतारमण को बताया कि कमर्शियल वाहनों की बिक्री में गिरावट ‘चक्रीय’ है। अगली एक या दो तिमाही में रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है। पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट सेंटीमेंट के आधार पर चलता है।
वित्तीय सेवाओं के सचिव राजीव कुमार ने बताया कि सरकारी बैंक कर्ज बांटने की रफ्तार बढ़ाने के लिए फेस्टिवल सीजन के दौरान 400 जिलों में पब्लिक मीटिंग करने वाले है. इसमें सबसे पहले चरण में 3 से 7 अक्टूबर के बीच 200 जिलों को कवर किया जाएगा। बैठक में बैंकों और एनबीएफसी ने अफोर्डेबल हाउसिंग का मौजूदा 45 लाख रुपए से बढ़ाकर 50 लाख रुपए करने का सुझाव दिया गया।