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मोदी सरकार के ख़िलाफ कांग्रेस ने किया प्रदर्शन, भेदभाव का लगाया आरोप

मध्य प्रदेश में किसानों के मुद्दे को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सियासी जंग छिड़ी हुई है. सोमवार को प्रदेश भर में कमलनाथ सरकार के खिलाफ बीजेपी के विरोध प्रदर्शन के जवाब में कांग्रेस ने भी धरना दिया.आरोप ये है कि केंद्र सरकार मदद के नाम पर भेदभाव कर रहा है. सभी जिला इकाइयों ने धरना देकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.
भोपाल के बाद दिल्ली की बारी
भोपाल में हुए धरने में पार्टी नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए.कांग्रेसियों ने राजभवन तक पैदल मार्च कर राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा.कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी ने ने केंद्र पर बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए अब तक कोई राशि नहीं देने पर कांग्रेस शासित राज्य के साथ भेदभाव का आरोप लगाया.कांग्रेस ने कहा अगर केंद्र राशि नही देता है तो दिल्ली में बीजेपी सरकार के खिलाफ धरना होगा.
सांसद करें मदद
बीजेपी के सोमवार को हुए विरोध प्रदर्शन को लेकर भी कांग्रेस ने हमला बोला.प्रदेश के वित्त मंत्री तरुण भनोत ने प्रदेश 28 बीजेपी सांसदों से कहा कि वो जनादेश का सम्मान करते हुए केंद्र से आर्थिक मदद दिलाने में सहयोग करें. वित्त मंत्री ने संकेत दिए हैं कि केंद्र को जगाने के लिए आखिरी विकल्प दिल्ली में उपवास और धरना है.
केंद्र को जगाने का संकल्प
बहरहाल बीजेपी के विरोध प्रदर्शन के जवाब में कांग्रेस ने भी दिल्ली की बीजेपी सरकार को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की है.कांग्रेस के मुताबिक प्रदेश में बाढ़ पीड़ितों सहित किसानों की मुश्किलें दूर करने के लिए केंद्र से मदद की ज़रूरत है. केंद्र को जगाने के लिए ज़रूरी हो गया है कि अब धरने के ज़रिए केंद्र को जगाया जा सके.