मौसम विभाग का दावा- MP में कम होगी बारिश, सामान्य पानी गिरेगा

भोपाल-मध्यप्रदेश में प्री मानसून ने तूफानी एंट्री की। आंधी-तूफान की वजह से तीन जानें चली गईं। पेड़-बिजली पोल गिर गए। कच्चे घरों के छान-छप्पर उड़ गए। कुछ शहरों में तेज बारिश के साथ ओले भी गिरे। ग्वालियर, चंबल, बुंदेलखंड, बघेलखंड और महाकौशल में प्री मानसून की धमाकेदार एंट्री रही। नौतपा के पहले ही गर्मी के तेवर भी नरम हो गए। नौतपा पहले दिन ही गल गया यानी बारिश हो गई और आगे भी पानी गिरने के आसार हैं। इधर, गुरुवार शाम होशंगाबाद में तेज बारिश शुरू हो गई।

ऐसी धारणा है कि अगर नौतपा बहुत ज्यादा तपता है, तो अच्छी बारिश होती है। इसके उलट अगर नौतपा में बारिश हो जाए या अधिक गर्मी नहीं पड़ती है, तो बारिश कम होती है। लेकिन, मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश में इस बार सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना जताई है, जबकि ज्योतिषाचार्य का कहना है कि इस बार बारिश सामान्य रहेगी। मौसम विभाग नौतपा को नहीं मानता, लेकिन ज्योतिषाचार्य नौतपा का धार्मिक और वैज्ञानिक आधार बताते हैं। जानते हैं, भोपाल के गुफा मंदिर के पंडित भंवर लाल शर्मा और वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश से कि नौतपा के गलने के बाद बारिश कैसे रहेगी…

पं. भंवरलाल शर्मा का दावा-सामान्य बारिश होगी

पं. भंवरलाल शर्मा का दावा है कि इस बार सामान्य बारिश रहेगी। बुधवार यानी 25 मई से नौपता की शुरुआत हो गई। हर साल सूर्य 25-26 मई को रोहिणी नक्षत्र में आता है। इसमें यह 15 दिन तक रहता है। शुरुआती 9 दिन यानी 25 से 2 जून तक सूर्य वृष राशि में 10 से 17 डिग्री पर रहता है। पृथ्वी पर सूर्य का प्रभाव ज्यादा रहता है। इसीलिए यह 9 दिन सबसे ज्यादा तपते हैं। नौतपा आरंभ होने के पहले मेष राशि में राहु-शुक्र की युति, वृषभ राशि में सूर्य-बुध की युति, मीन राशि में मंगल- चंद्र और गुरु की युति रहेगी। कुंभ राशि में शनि रहेगा। केतु तुला राशि में रहेगा। राहु-शुक्र को केतु पर दृष्टि रहेगी। 26 मई की रात चंद्र का राशि परिवर्तन होगा और मीन राशि की तीनों ग्रहों की गति समाप्त हो जाएगी। किसान मई से बोवनी शुरू कर देते हैं।

पंडित भंवर लाल शर्मा ने बताया कि नौतपा का वैज्ञानिक आधार यह भी है कि मई के आखिरी हफ्ते में पृथ्वी पर सूर्य की किरणें ज्यादा समय तक रहती हैं। इस दौरान दिन 14 घंटे का हो जाता है। इससे दिन का तापमान ज्यादा बढ़ता है। अधिक तापमान के कारण मैदानी क्षेत्रों में निम्न दबाव का क्षेत्र बनता है, जो समुद्र की लहरों को आकर्षित करता है। इस कारण कई जगह तूफान और बारिश जैसे आसार बनते दिखाई देते हैं।

मौसम विभाग का अनुमान- अच्छी बारिश होगी
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि मानसून केरल की तरफ बढ़ रहा है। इसके केरल के तट तक 27 या 28 मई तक पहुंचने की संभावना है। इस स्थिति में मध्यप्रदेश में यह 13 से 15 जून के बीच पहुंच जाएगा। इसके बाद 20 जून तक पूरे प्रदेश में यह सक्रिय हो सकता है। इसके बाद प्रदेशभर में अच्छी बारिश होगी। इस बार मध्यप्रदेश के कुछ इलाकों जैसे इंदौर-उज्जैन में सामान्य और भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल और जबलपुर में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग पहले ही कह चुका है कि मई के आखिरी सप्ताह और जून के पहले सप्ताह में गर्मी तो रहेगी, लेकिन बहुत ज्यादा नहीं होगी। पारा ज्यादा से ज्यादा 44 तक पहुंच सकता है। इससे ज्यादा जाने की संभावना नहीं है।

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