- इंदौर हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत; बावड़ी में लोगों को तलाश रही पुलिस। पूर्व सीएम कमलनाथ और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जताया शोक
- सिंधिया और भाजपा ने छोड़ा साथ, बीजेपी नेता ने पकड़ा कांग्रेस का हाथ
- नागदा बिरला प्लांट में हुई हाइड्रोजन गैस लीक, चार मजदूरों की झुलसने से हुई मौत
- मध्यप्रदेश में बेमौसम बारिश का दौर रहेगा ज़ारी, 40 से 60Km प्रतिघंटे की स्पीड से चलेगी आंधी
- 92 हजार से ज्यादा वकील गए हड़ताल पर, वकीलों ने किया तीन दिवसीय हड़ताल का ऐलान
मध्य प्रदेश: नर्मदा पौधरोपण धांधली मामले में शिवराज सिंह चौहान व अन्य के ख़िलाफ़ होगी जांच

भोपाल: मध्य प्रदेश के वन मंत्री उमंग सिंघार ने शुक्रवार को कहा कि 2017 में प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के शासनकाल में नर्मदा नदी के किनारे छह करोड़ से अधिक पौधे लगाने में हुई कथित तौर पर धांधली की जांच आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्लू) को सौंप दी गई है.
सिंघार ने भोपाल में संवाददाताओं को बताया कि दो जुलाई 2017 को नर्मदा किनारे छह करोड़ से अधिक पौधे लगाने में घोर अनियमितताएं तत्कालीन सरकार और अधिकारियों द्वारा की गई थीं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर हमने इसकी जांच ईओडब्ल्यू को सौंप दी है.
वचन पत्र के अनुसार जो वादा हमने प्रदेश की जनता से किया था उसको पूरा करते हुए जो आर्थिक घोटाला तत्कालीन सरकार द्वारा किया गया था उसकी जांच के आदेश EOW को सौंप दी गई है। जिसमे पूर्व मुख्यमंत्री और तत्कालीन अधिकारियों की भूमिका की जांच की जाएगी। दोषियों पर कार्यवाही जरूर होगी
— Umang Singhar (@UmangSinghar) October 11, 2019
सिंघार ने बताया कि इस मामले में मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश के तत्कालीन वन मंत्री गौरी शंकर शेजवार और तत्कालीन अधिकारियों की भूमिका की जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.
मेने खुद बैतूल में जांच की गई जहां 15000 गड्ढे होने थे वहां सिर्फ 9000 के आसपास ही गड्ढे मिले। इस तरह का कागजी पौधरोपण आनन फानन में शिवराज सरकार ने हर जगह 2 जुलाई 2017 को किया। जबकि व्यवहारिक रूप से एक दिन के अंदर पौधा लगाना संभव नही है ।
— Umang Singhar (@UmangSinghar) October 11, 2019
सिंघार ने बताया कि मैंने खुद बैतूल में जांच की. वहां पौधे रोपने के लिए 15,000 गड्ढे होने थे, लेकिन सिर्फ 9,000 के आसपास ही गड्ढे मिले. इस तरह का कागजी पौधरोपण आनन- फानन में तत्कालीन शिवराज सरकार ने कराया जबकि व्यवहारिक रूप से एक दिन के अंदर इतनी बड़ी संख्या में पौधे लगाना संभव नहीं है.
इस मामले में उन्होंने आरोप लगाया कि नर्मदा नदी के किनारे 6 करोड़ से ज्यादा पेड़ लगाकर विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए 20 रुपए मूल्य के पौधों को 200 रुपए से ज्यादा कीमत पर खरीदा गया.
अपने आप को नर्मदा पुत्र कहलाने वाले @ChouhanShivraj जी ने जिस तरह 450 करोड़ का आर्थिक घोटाला किया है उन्होंने माँ नर्मदा का सीना छलनी किया है। में वादा करता हूँ कि इस घोटाले में जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर कार्यवाही करने से बक्शा नही जाएगा
— Umang Singhar (@UmangSinghar) October 11, 2019