खड़गे ने साधा सीधा निशाना, बोले- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक करीबी दोस्त की संपत्ति 2.5 साल में 13 गुना बढ़ गई

नई दिल्ली- संसद के दोनों सदनों में आज सत्ता-पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर बहस देखने को मिल रही है। राज्यसभा में आज विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने अडाणी से लेकर हिंदू-मुस्लिम विषयों पर केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया। मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार पर चुन-चुनकर हमले किए। इस दौरान सत्तापक्ष के सदस्यों का हंगामा भी देखने को मिला।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक करीबी दोस्त की संपत्ति 2.5 साल में 13 गुना बढ़ गई। यह साल 2014 में 50 हजार करोड़ थी जो 2019 में 1 लाख करोड़ हो गई। दो सालों में ऐसा कौन सा जादू हुआ कि उनकी संपत्ति बढ़कर 12 लाख करोड़ रुपये हो गई। क्या यह दोस्ती का नतीजा है? हम चाहते हैं कि संयुक्त संसदीय समिति (JPC) बिठाई जाए और अडानी मामले की जांच हो।”

खड़गे ने आगे कहा, “अडानी को बैंकों ने 82 हजार करोड़ लोन दिया। मोदीजी को मालूम होगा कि गुजरात में एक किसानों को 31 पैसे बकाया के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट नहीं मिला। पैसा भी हमारा, पोर्ट, एयरपोर्ट भी हमारे। हमारे ही पैसे से ये सेक्टर खरीद रहे हैं। अगर पब्लिक सेक्टर जिंदा होते तो उसमें रिजर्वेशन होता, नौकरियां होतीं। बीएसएनल होता, या ऐसे पब्लिक सेक्टर होते तो 30 लाख रोजगार होता और 15 लाख रिजर्वेशन मिलता। 10 फीसदी इकोनॉमिकली वीकर सेक्शन को मिलता। सब प्राईवेट कर दे रहे हैं। जो रोजगार था, वो खत्म कर दे रहे हैं। आप तो गरीबों की बात करते हैं ना, आप पब्लिक सेक्टर क्यों खत्म कर रहे हैं?”

खड़गे ने कहा, “अगर मैं सच कहता हूं तो ये राष्ट्रविरोधी है। मैं किसी भी आदमी से ज्यादा देशभक्त हूं। मैं अफगानिस्तान या जर्मनी से नहीं आया हूं। मैं भारतीय हूं। आप मेरी भावनाएं आहत कर रहे हैं। किस तरह से एक आदमी 12 लाख करोड़ पर कब्जा करके बैठा है। जेपीसी बनाइए और अगर ये घोटाला करने वाले हरिश्चंद्र निकले, पाक-साफ निकले तो हम इन्हें माला पहनाएंगे।” इसपर सभापति ने कहा कि, ‘मैं जानता हूं कि आप देशभक्त हैं मिस्टर खड़गे। मैं ना इस तरफ हूं और ना उस तरफ… मैं संविधान की साइड में हूं।’

खड़गे देश में बढ़ रहे सांप्रदायिक तनाव को लेकर कहा कि, “आज हर जगह नफरत फैल रही है जिसे जनता के प्रतिनिधि ही बढ़ावा दे रहे हैं। कई सासंद-मंत्री सिर्फ हिंदू मुस्लिम करते हैं, क्या बात करने के लिए कोई और मुद्दा नहीं है। PM मोदी चुप क्यों हैं? आप सभी को डराते हैं, इन्हें क्यों नहीं डरा रहे? आपकी नजर पड़ जाए तो वह टिकट खोने के डर से चुप हो जाएंगे, लेकिन आप ‘मौनी बाबा’ बनकर बैठे हैं।”

उन्होंने कहा, “कहीं क्रिश्चियन का धार्मिक स्थल, उस पर निगाहें हैं। अनुसूचित जाति के लोग मंदिर गए तो उन्हें मारते हैं और सुनवाई नहीं होती।अनुसूचित जाति को हिंदू मानते हैं ना तो उसे मंदिर में क्यों नहीं जाने देते। कई मंत्री दिखावे के लिए उनके घर जाकर खाना खाकर मंत्री फोटो शेयर करते हैं। जब धर्म एक है तो उसे मंदिर में क्यों नहीं जाने देते हो। एक तरफ वो हमारे साथ भी नफरत करते हैं। धर्म-जाति-भाषा के नाम पर नफरत कर रहे हैं। नफरत छोड़ो और भारत को जोड़ो। राष्ट्रपति राधाकृष्णन ने कहा था कि हिंदू हो या मुसलमान, राजा हो या किसान…सबका सम्मान करना चाहिए।”