कमलनाथ का सबसे ताबड़तोड़ और ताजा इंटरव्यू

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ का कहना है कि भाजपा की सरकार छलकपट की सरकार है। लोग चाहते हैं कि सरकार वोट से बने, न कि माफिया के नोट और सौदेबाजी से। मैं लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई लड़ रहा हूं। इमरती के मामले में कमलनाथ का कहना है कि भाजपा चुनाव को अलग रंग दे रही है। भास्कर से बातचीत में उपचुनाव से जुड़े सवालों पर कमलनाथ ने क्या जवाब दिए, पढ़िए-

आज आप कांग्रेस को कितनी सीटों पर भाजपा से आगे मानते हैं?
नवंबर, 2018 में 15 साल की सरकार के बाद भाजपा को जनता ने घर पर बैठाया था। पिछले 7 महीनों में भाजपा सरकार ने ऐसा क्या किया है कि जनता अपने 2018 के फैसले को बदले। हां एक चीज बदली है- सौदा कर सरकार बनाई गई है और जनता सब समझ रही है। जब मैं जनता से कहता हूं कि आप सच्चाई का साथ दीजिए तो जो जवाब आता है उसी से साफ पता चलता है कि कांग्रेस आगे है।

भाजपा को 9 सीटें चाहिए, आपको 28, ऐसे में आपका दावा कैसे तार्किक है?
सवाल 9 और 28 का नहीं है, बल्कि यह है कि भाजपा के 15 सालों और मेरी 15 महीने की सरकार में क्या काम हुआ है, यह तस्वीर जनता के सामने है। 27 लाख किसानों की कर्ज माफी सबके सामने है, जिसे भाजपा ने विधानसभा में भी स्वीकार किया। 100 रुपए में 100 यूनिट बिजली, गौशाला निर्माण, किसानों को आधी दर पर सिंचाई की बिजली, बुजुर्गों और विधवाओं को दोगुनी पेंशन, ये सब जनता के सामने है।

मैंने बिना दबाव के माफियाओं के खिलाफ प्रदेश में अभियान चलाया, शुद्ध के लिए युद्ध किया। अब भाजपा सरकार में फिर से माफियाओं और मिलावटखाेरों को खुली छूट मिल गई है। उज्जैन में शराब माफिया की वजह से जहरीली शराब से 14 लोगों ने जान चली गई, ये सब जनता के सामने है। कुछ विधायकों से साठ-गांठ कर भाजपा ने प्रदेश की जनता के साथ छलकपट किया है। प्रदेश के इतिहास में यह पहली दफा होगा कि सभी विधानसभा क्षेत्रों की जनता एकमत होकर कांग्रेस की सरकार को वापस लाने के लिए वोट करेगी और पहले भाजपा वो 5 सीटें तो गिना दे, जहां वो मुकाबले में हो।

उप चुनाव में आपकी लड़ाई फिर सत्ता पाने की है?
मैं लोकतंत्र और संविधान की रक्षा की लड़ाई लड़ रहा हूं। जनता ने इसका पुरजोर समर्थन किया है। लोग चाहते हैं कि सरकार वोट से बने, न कि माफियाओं के नोट और सौदेबाजी से। प्रदेश की जनता सिर्फ और सिर्फ सच्चाई का साथ देगी। बाबा साहेब आंबेडकर ने हमारे देश को ऐसा संविधान दिया था, जिसमें सांसद या विधायक का निधन होने की वजह से उप चुनाव का प्रावधान था। उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा, ऐसी अनैतिक राजनीति आएगी कि सत्ता की सौदेबाजी के चलते उप चुनाव होंगे। अगर उन्हें पता होता तो वे इसके लिए संविधान में प्रावधान जरूर करते। मेरे लिए प्रदेश हित सत्ता से ऊपर है। यदि मेरी सरकार 5 साल चलती तो मध्यप्रदेश की तस्वीर कुछ अलग ही बनती।

कांग्रेस के लिए इन चुनावों में सबसे बड़ा मुद्दा क्या है?
मध्यप्रदेश की पहचान और जनता के वोट का सम्मान सबसे बड़ा मुद्दा है। इसके अलावा 2018 में हमने जनता को वचन दिए थे, एक साल में हमने 576 वचन पूरे किए और बचे हुए वादों को हमें पूरा करना है। बचे हुए किसानों की कर्जमाफी और युवाओं का भविष्य भी बड़े मुद्दे हैं। प्रदेश में आर्थिक गतिविधि तेजी से बढ़ें, ताकि लोगों के हाथ में खरीदने की ताकत आए, यह आज की प्राथमिकता है। रोजगार, उद्योग, निवेश, महिला सशक्तिकरण और मजदूरों के लिए हमें बहुत सारे काम करने हैं।

आपने दलबदलुओं पर हमले किए हैं, लेकिन कांग्रेस ने खुद ही ऐसे लोगों को टिकट दिए हैं?
हमने सौदेबाजी या दलबदल से सरकार नहीं बनाई थी, वह जनता के वोट से बनी सरकार थी। अब मैं जनता के वोट के सम्मान की लड़ाई लड़ रहा हूं और इसमें मैंने जनता से समर्थन मांगा, जिनको लगा कि मेरी लड़ाई स‍ही है वो इस मेरे साथ आ गए और हमने उनका स्वागत किया है। जहां तक टिकट देने का सवाल है तो जो जनता की लड़ाई मजबूती से लड़ रहा है उसे टिकट दिया है।

कांग्रेस का बूथ मैनेजमेंट कमजोर रहता है, कैसे ठीक करेंगे ?
बूथ मैनेजमेंट तो हमने 2018 में ही मजबूत कर लिया था, तभी तो हम सरकार में आए थे। हमारे सेक्टर, मंडल, बूथ कमेटियां और गांव-गांव में हमारे कार्यकर्ता अपने काम पर लगे हुए हैं। कांग्रेस की सभी विंग और सभी संगठन जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं। ग्वालियर-चंबल में भी हमारा संगठन मजबूती से काम कर रहा है। आज सिर्फ चुनाव वाले इलाकों में ही 2 लाख से ज्यादा कार्यकर्ता पूरी ताकत और ऊर्जा के साथ बूथ लेवल पर काम कर रहे हैं। असल में बूथ मैनेजमेंट तो इस समय भाजपा का बिगड़ा हुआ है। उनके कार्यकर्ताओं की समस्या यह है कि15 महीने पहले जिनके खिलाफ वोट मांगने गए थे, आज उन्हीं के लिए वोट मांगने हैं।

कांग्रेस के लोग ज्योतिरादित्य सिंधिया पर आरोप लगा रहे हैं, लेकिन उनके काम कांग्रेस के समय में ही हुए हैं?
मैं तो कड़ी कार्रवाई करना चाहता था। मैंने तो EOW जांच भी बिठाई थी। शिवराज सिंह ने सरकार में आते ही इस जांच को बंद कर दिया। सांच को आंच क्या? आज जांच करवा लें। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। सबको पता चल जाएगा कि किसने गलत किया है।

दिग्विजय सिंह को पर्दे के पीछे रखकर कांग्रेस क्या संदेश देना चाहती है?
कांग्रेस पार्टी योजनाबद्ध तरीके से काम कर रही है। सभी की भूमिका है। दिग्विजय सिंह मेरे पुराने मित्र हैं और वे मेरी पूरी मदद कर रहे हैं। उन्‍होंने खुद अपनी भूमिका तय की है। इन दिनों वे पार्टी संगठन को मजबूत करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। चुनाव में संगठन का काम बहुत महत्वपूर्ण होता है जिसे वो बखूबी संभाल रहे हैं।

इमरती देवी के मामले में शिवराज ने मौन व्रत रखा और आप पर आरोप लगाए, क्या कहेंगे?
भाजपा ने जनता का कोई काम नहीं किया है। मैं तो कहता हूं कि मध्य प्रदेश में जिस तरह से दुष्कर्म, महिलाओं पर ज्यादती और किसानों की आत्महत्या के मामले आ रहे हैं, उन्हें देखते हुए यदि शिवराज रोज 2 घंटे महिलाओं के लिए और 2 घंटे किसानों के लिए गांधी प्रतिमा के सामने मौनव्रत रखेंगे तो भी प्रायश्चित नहीं हो पाएगा।

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