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कमलनाथ का वचन- महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु स्वसहायता समूह का होगा गठन, 5 लाख रू. तक का देंगे ऋण
मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र को वचन पत्र बताते हुए इसमें मुख्य रुप से इसमें 52 बिंदुओं पर एमपी में विकास की नई तस्वीर बनाने की बात कही है।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु 5 लाख रू. तक का ऋण देंगे
कांग्रेस सरकार के वचन अनुसार महिलाओं के सशक्तिकरण एवं बहन-बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु स्व सहायता समूह गठित कर 5 लाख रू. तक का ऋण देंगे। कोरोना संक्रमण काल में राज्य की संस्थाओं द्वारा बेरोजगार युवाओं के लिए आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं का शुल्क कांग्रेस सरकार भरेगी।
कोरोना काल के दौरान प्रभावित छोटे व्यापारी, फुटकर धंधा करने वाले, कारीगर एवं शिल्पियों आदि का व्यापार एवं धंधा पुनः स्थापित करने के लिए 50 हजार रू. तक का ऋण बिना ब्याज पर उपलब्ध कराऐंगे, जिसकी गारंटी सरकार देगी। अतिथि शिक्षकों, गुरूजियों, अतिथि विद्वानों की मांगों का निराकरण करेंगे तथा चयनित शिक्षकों की लंबित पड़ी नियुक्तियां देना प्रारंभ करेंगे। विद्युत कंपनियों के आउटसोर्स कर्मचारियों की मांगों का भी निराकरण करेंगे।
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने वचन पत्र में गोवर्धन सेवा योजना, कोरोना से मृत लोगों के परिवार के लिए पेंशन, कोरोना को राज्यस्तरीय आपदा घोषित करने जैसे वचन शामिल किए हैं। इसके अलावा, यदि किसी परिवार के मुखिया की कोरोना की वजह से मौत हो जाती है तो उसके परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी बात कही गई है। साथ ही किसानों की कर्ज माफी को पूरा करने और गेस्ट टीचर्स को नियमित करने का भी वादा किया गया है। बता दें कि गेस्ट टीचर्स कई सालों से नियमित करने की मांग कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के 22 विधायकों के त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने के कारण प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई थी, जिसके कारण कमलनाथ ने 20 मार्च को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।