कमलनाथ, कोरोना महामारी के चलते बेरोजगार हुए स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार की व्यवस्था करेंगे- वचन पत्र

कोरोना जैसी महामारी के कारण मजदूर एवं युवा वर्ग बेरोजगार हो चुके हैं जिनके परिवार का भरण पोषण हो पाना संभव नहीं है। ऐसी स्थिति में सरकार को किसान, मजदूर एवं युवाओं के लिए विशेष पैकेज देना चाहिए, जिससे मजदूर एवं युवाओं को रोजगार और किसानों को फसल पर बोनस मिल सके।  इससे उनके परिवार का भरण पोषण हो। प्रदेश सरकार किसान मजदूर एवं युवाओं के प्रति जागरूक नहीं है। हो हल्ला मचाने वाली शिवराज सरकार मजदूर युवा एवं किसानों के लिए उचित निर्णय तक नहीं ले पायी।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, मध्य प्रदेश में 753,581 प्रवासी कामगार कोरोना के चलते अपना व्यवसाय छोड़ घरों को वापस आ गए थे। इन्हीं युवाओं को पुनः स्वरोजगार दिलाने का वादा कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में किया है। उन्होंने कहा जैसे ही हमारी सरकार आती है हम उन सभी स्थानीय युवाओं को रोजगार से जोड़ेंगे जो इस वैश्विक महामारी के दौरान घर आ गए और आंतरिक तंगी से जूझ रहे हैं।

विदित हो कि भाजपा सरकार के बड़े बड़े बोल सुनाई देते तो रहे मगर एक जोर की आवश्यकता की थाप पड़ते ही फटते नज़र आये। फिर चाहे वो मजदूरों को घर वापस लाने के लिए की गयी व्यवस्था का वादा हो या लॉकडाउन को लेकर बीमारी को रोकने का दिखावा।

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