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कमलनाथ का शिवराज पर पलटवार

मुरैना। प्रदेश में 28 सीटों पर होने वाले निर्णायक उपचुनाव में सबसे महत्वपूर्ण चंबल क्षेत्र को माना जा रहा है। अंचल से 16 सीटें आती हैं लिहाज़ा क्षेत्र में कांग्रेस का दमदार प्रदर्शन उसकी सत्ता में वापसी करा सकता है तो वहीं बीजेपी का अच्छा प्रदर्शन उसकी सरकार को स्थायित्व दे सकता है। इसीलिए पूरे चुनावी अभियान में दोनों ही पार्टियों का ज़ोर चंबल क्षेत्र पर है।
इसी क्रम में शनिवार को मुरैना में अपनी एक सभा के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कमल नाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि कमल नाथ ने अपने 15 महीने के कार्यकाल में कुछ नहीं किया। उनका चम्बल से क्या लेना देना। अगर ऐसा नहीं होता तो वे चंबल एक्सप्रेसवे को ठंडे बस्ते में नहीं डालते।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पिछले चुनावों में जनता ने कांग्रेस को बहुमत दिया था। हालांकि हमारे पास भी केवल चार पांच सीटें ही कम थीं। हमें निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल था। फिर भी हमने सरकार नहीं बनाई। कांग्रेस की सरकार खुद कुछ दिनों में अपनी आपसी लड़ाई के कारण गिर गई। शिवराज ने कहा कि अगर मैं स्वार्थी होता तो कमल नाथ 2018 में भी मुख्यमंत्री नहीं होते।
पीसीसी चीफ कमल नाथ ने भी शिवराज पर पलटवार किया। कमल नाथ ने शिवराज से उनके पंद्रह साल के कार्यकाल का हिसाब मांगते हुए कहा कि शिवराज ने हमें बेरोजगारी, अपराध में नंबर एक प्रदेश दिया था। शिवराज खुद पहले अपने कार्यकाल का हिसाब ज़रा जनता को दे दें। यह शिवराज के पंद्रह सालों के कुशासन का ही नतीजा था कि जनता ने 2018 में उन्हें घर बिठा दिया। कमल नाथ ने कहा कि जनता एक बार फिर बीजेपी और शिवराज को घर बिठाने के लिए तैयार है।