- बालाघाट में डाक मत पत्रों के साथ छेड़छाड़, कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा को तत्काल निलंबित किया जाये - कांग्रेस
- मध्य प्रदेश में कांग्रेस को 151 सीट, भाजपा एवं अन्य को 79 सीट मिलने का अनुमान
- एग्जिट पोल- तेलंगाना में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत का अनुमान
- दिग्विजय सिंह बोले- शिवराज से ऊब चुके लोग
- छत्तीसगढ़ के सभी एग्जिट पोल में कांग्रेस की सरकार का दावा
कमलनाथ का शिवराज सिंह पर पलटवार

शिवराज सिंह ने कहा था कि दुनियाभर के वॉशिंग पाउडर ले आएं तो भी कमलनाथ के दाग नहीं धुलेंगे, इस पर कमलनाथ ने कहा, जो बेदाग थे वो हमेशा बेदाग रहेंगे
भोपाल। मध्य प्रदेश में अंतिम चरण में पहुंच चुके चुनाव प्रचार के दौरान बयानबाजी और आरोपों-प्रत्यारोपों का दौर दिलचस्प होता जा रहा है। शुक्रवार को कुछ ऐसा ही वार-पलटवार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीच देखने को मिला। सीएम शिवराज ने पहले कमलनाथ को दागदार बताया तो पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी फौरन पलटवार करते हुए शिवराज के बयान का जवाब अपने ही अंदाज़ में दिया।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने शिवराज का हमले का जवाब ट्विटर पर देते हुए लिखा, “जो बेदाग़ थे वो बेदाग ही रहेंगे, इसकी गवाह तो वर्षों से ख़ुद जनता है और जिनके चेहरे दाग़दार हैं, वो हमेशा दाग़दार ही रहेंगे, इसकी गवाह भी वर्षों से ख़ुद जनता है। सही कहा आपने, दाग़दार चेहरों के दाग दुनियाभर के वॉशिंग पाउडर से भी धुल नहीं सकते।” एक और ट्वीट में कमलनाथ ने लिखा, “भाजपा की हर दागदार को बेदाग बनाने वाली वाशिंग मशीन में भी वो दाग धूल नहीं सकते और दुनिया भर में ऐसी कोई भी वाशिंग मशीन अभी तक नहीं बनी है जो इन दाग़दार चेहरों के गहरे दागो को धो सके।”
दाग गहरे हैं, बेनकाब चेहरे हैं
दरअसल, शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कमलनाथ पर शायराना अंदाज में तंज कसते हुए कहा था कि, ‘कमलनाथ जी कहते हैं कि वो बिलकुल बेदाग हैं! दाग बड़े गहरे हैं, बेनकाब चेहरे हैं। अगर दुनियाभर के वॉशिंग पाउडर भी यदि इस्तेमाल कर लिए जाएँ, तो भी वो दाग धुल नहीं सकते। इसलिए कमलनाथ जी, आप खुद को बेदाग कहना बंद करें।’
बता दें कि कांग्रेस लगातार बीजेपी और शिवराज सरकार को दागदार बता रही है। कांग्रेस ने दावा किया है मध्यप्रदेश में पिछले सात महीनों में शिवराज सरकार ने सत्रह नए घोटाले किए हैं। वहीं पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भी कहा है कि कांग्रेस सरकार आने के बाद व्यापम घोटाला, ई-टेंडरिंग घोटाला, बुंदेलखंड पैकेज व अन्य घोटालों की जांच की जाएगी।