विकास यात्रा को कमलनाथ ने बताया मनोरंजन, शिवराज पर साधा निशाना

भोपाल- मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार की विकास यात्रा संगठन और सरकार के लिए आंखें खोलने वाली साबित हुई है. बीस दिन चली इस विकास यात्रा का बीजेपी संगठन और सरकार को गांव-गांव तक पहुंचाना था, लेकिन गांव में पहुंचने पर कई जगह भारी विरोध भी हुआ.

एक आंकड़े के मुताबिक बीस से ज्यादा बीजेपी के विधायकों को मतदाताओं का विरोध झेलना पड़ा. कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसे मनोरंजन यात्रा बताया. वहीं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा इस यात्रा के परिणामों से खुश हैं और दावा कर रहे हैं कि इससे मिला फीडबैक काम आएगा. अशोकनगर के मुंगावली में मंत्री ब्रिजेन्द्र यादव विकास यात्रा लेकर गए गए लेकिन उन्होंने कुर्ता उतार दिया क्योंकि किसी ने उन पर खुजली करने वाली कौंच की फली का पाउडर डाल दिया.

क्या आरोप लगे?
विधायक प्रहलाद लोधी की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें पवई के अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि उन्हें ऑक्सीजन की जरूरत थी. लेकिन आधे घंटे तक नहीं मिली. लोधी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया. खंडवा में विधायक देवेंद्र वर्मा से गांव वालों ने काम नहीं होने की शिकायत करते हुए सवाल किया कि गरीबों की पेंशन भी अडानी-अंबानी को दे देंगे?

बीजेपी ने क्या कहा?
मध्य प्रदेश बीजेपी के मुताबिक, विकास यात्रा में उनके कार्यकर्ता, नेता, विधायक और मंत्री 21 दिन में, 230 विधानसभा के 45 हजार गांव गए. इस दौरान 1070 मंडल और 64 हजार 100 बूथ की यात्रा की. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का दावा है कि 22 दिनों में 38506 लोकार्पण हुए. चुनाव के कुछ महीनों पहले निकली इस विकास यात्रा ने बीजेपी के बहुत सारे पूर्व के अनुमानों को झुठला दिया है. विधायकों के विरोध से पार्टी चिंतित है. इससे मिले फीडबैक पर बीजेपी काम कर रही है.