मंच से उच्च शिक्षा मंत्री ने किया अभद्र भाषा का प्रयोग, कांग्रेस कहा इन्हें पशुपालन मंत्री होना चाहिए

भोपाल। उच्च शिक्षा मंत्री की ऐसी भाषा !  शिवराज सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने एक चुनावी रैली में जिन शब्दों का इस्तेमाल किया, उन्हें सुनकर तो कोई भी यही सोचेगा। आगर मालवा की एक जनसभा में मोहन यादव ने सरेआम मंच से विरोधियों को घर से निकालकर ज़मीन में गाड़ देने की धमकी दे डाली। उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ये बात कांग्रेस सरकार के दौरान अतिक्रमण पर की गई कार्रवाई का जिक्र करते हुए कही। उन्होंने धमकी भरे अंदाज़ में कहा, “कांग्रेस सरकार में तुम हमारी धर्मशाला तोड़ने चले आए थे। हमारा कोई बुरा करने जाएगा, तो उसे घर से निकालकर ले आएंगे और ज़मीन गाड़ देंगे।” उनके भाषण का ये वीडियो अब वायरल हो गया है।

उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कांग्रेस प्रत्याशी विपिन वानखेड़े और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह के खिलाफ भी बेतुकी बयानबाज़ी की। कांग्रेस प्रत्याशी विपिन वानखेड़े पर हमला करते हुए मोहन यादव ने कहा कि सरपंचों का शिकार करने से विधायक नहीं बना जाता। अगर शिकार ही करना है तो जंगल जाओ, और जानवरों को मारो। आगर मालवा के प्रभारी जयवर्धन सिंह पर हमला बोलते हुए मोहन यादव ने कहा कि ‘ये नकली राजा के छोरे को लेकर आए, हम सबको ठिकाने लगा देंगे।’

मोहन यादव को पशुपालन विभाग देना चाहिए: कांग्रेस 

शिवराज के मंत्री के इन बिगड़े बोलों पर प्रदेश कांग्रेस ने भी तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है। पार्टी ने कहा है कि मोहन यादव को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने मोहन यादव के विवादित बयान वाला वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा,’ये हैं मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री, ज़रा इनकी उच्च शिक्षा सुनिए। घर से निकालकर ज़मीन में दफना देंगे, सबको ठिकाने लगा देंगे। इनसे उच्च शिक्षा लेकर इन्हें पशुपालन दे देना चाहिए। कैसे कैसे मंत्री?’ 

प्रदेश कांग्रेस महासचिव गुड्डू लाला ने भी यादव की बयानबाज़ी पर एतराज़ ज़ाहिर किया है। उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री से ऐसे बयान देंगे, तो प्रदेश के विकास का क्या होगा? प्रदेश किस दिशा में जाएगा? आने वाली पीढ़ियां क्या सीखेंगी? 

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