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कार्रवाई की चेतावनी के बाद हिंदू महासभा ने गोडसे की ज्ञानशाला पर लगाया ताला

शहर का साम्प्रदायिक सद्भाव न बिगड़े इसलिए ज्ञान शाला बन्द करने का फैसला लिया गया है.
ग्वालियर: रविवार को हिंदू महासभा द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे के नाम पर शुरू की गई गोडसे ज्ञानशाला को हिंदू महासभा ने खुद ताला लगाकर बंद कर दिया. जिला प्रशासन की कड़ी कार्रवाई के बाद यह फैसला लिया गया है. बीती शाम प्रशासन ने महासभा के कार्यकर्ताओं को लगाई जमकर फटकार लगाई थी.
शांति सौहार्द के लिए बंद की
हिन्दू महासभा के नेता जयवीर भारद्वाज ने कहा जिला प्रशासन और हिंदू महासभा पदाधिकारी के बीच बैठक में निर्णय लिया गया कि “शहर का साम्प्रदायिक सद्भाव न बिगड़े इसलिए ज्ञान शाला बन्द करने का फैसला लिया गया है.” उन्होंने कहा हमारा उद्देश्य जो था वो पूरा हो गया. हमने ज्ञानशाला के माध्यम से गोडसे की बात मीडिया के द्वारा करोड़ो युवाओं तक पहुंता दी.
गृह मंत्री ने कहा था बर्दाश्त नहीं होगा
गोडसे की महिमा मंडन लेकर प्रदेश के गृहमंत्री ने कहा था कि जो भी समाज विरोधी या राष्ट्रविरोधी काम करेगा उसपर कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में कांग्रेस नेता गोविंद सिंह ने सीएम शिवराज से मांग की थी कि ‘जिस तरह मध्य प्रदेश में माफियाओं पर कार्रवाई की जा रही है, उसी तरह इस मामले में भी कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने साफ कहा कि अगर शिवराज सिंह गोडसे ज्ञान शाला खोलने वालों पर कार्रवाई नहीं करते तो माना जाएगा कि इन लोगों को मुख्यमंत्री का संरक्षण प्राप्त है.
क्या होना था इस ज्ञान शाला में
इस ज्ञान शाला के जरिए नाथूराम के प्रेरणा स्त्रोत रहे महापुरुषों की कुर्बानियों का प्रचार प्रसार किया जाना था. इस ज्ञान शाला के जरिये गोडसे के आखिरी बयान का भी प्रचार किया जाता.