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पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने विरोधियों पर करारा पलटवार किया, जो लोग मुझे गद्दार कह रहे हैं, असल में गद्दार वो हैं जो 35 करोड़ में बिक गए
दिग्विजय सिंह ने कहा, कमलनाथ को स्टार प्रचारक की सूची से हटाने का चुनाव आयोग का कदम खुद उसकी गाइडलाइन का उल्लंघन है
इंदौर। मध्य प्रदेश की राजनीति में चल रहे आरोपों-प्रत्यारोपों के बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने विरोधियों पर करारा पलटवार किया है। दिग्विजय सिंह ने कहा है कि जो लोग मुझे गद्दार कह रहे हैं, असल में गद्दार वो हैं जो 35 करोड़ में बिक गए। दिग्विजय सिंह ने कहा कि जनता सभी गद्दारों को सबक सिखाएगी, 10 नवंबर को कांग्रेस की जीत के साथ पूरे प्रदेश की जनता दिवाली मनाएगी। राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुझे कैलाश विजयवर्गीय से सनातन धर्म सीखने की ज़रूरत नहीं है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और विवेक तन्खा ने आज पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बलिदान दिवस के मौेक पर इंदौर में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करके उनके बताए रास्ते पर चलने की शपथ ली। इस मौके पर कांग्रेस के अन्य नेता भी वहां मौजूद थे। इसी मौके पर दिग्विजय सिंह ने प्रदेश में मचे सियासी घमासन के बीच बीजेपी नेताओं पर जमकर हमला बोला।
दिग्विजय सिंह ने कमल नाथ को स्टार प्रचारक की लिस्ट से हटाने के चुनाव आयोग के फैसले दुर्भाग्यपूर्ण बताया। दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘ यह चाैंकाने वाला आदेश हुआ है। 21 अक्टूबर काे डबरा में कमलनाथ के बयान पर आयोग ने जवाब मांगा था। उन्हाेंने जवाब दे भी दिया था। 26 अक्टूबर काे आयाेग ने उन्हें एक निर्देश दिया कि आप अपनी भाषा को संयमित रखें। कल के निर्णय में कमलनाथ के 13 अक्टूबर के भाषण का जिक्र करके उन्हें स्टार प्रचारक की सूची से ही बाहर कर दिया।’ दिग्विजय सिंह ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान, बीडी शर्मा और ज्योतिरादित्य सिंधिया कमलनाथ के खिलाफ कितनी अमर्यादित और असंयमित भाषा का इस्तेमाल करते हैं। आयोग ने उन पर कार्रवाई क्यों नहीं की ?
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी नेता को स्टार प्रचारक बनाने का ज़िम्मा राजनीतिक दलों का होता है, चुनाव आयोग का नहीं। लिहाज़ा कमलनाथ को स्टार प्रचारक की लिस्ट से हटाकर आयोग ने अपनी ही गाइडलाइन का उल्लंघन किया है। इसीलिए हमने चुनाव आयोग के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।