लॉकडाउन को लेकर भोपाल के व्‍यापारियों में बढ़ रही आशंका

भोपाल, कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राजधानी भोपाल में लॉकडाउन लगाने की अफवाहों से व्यापारी चिंतित हैं। कपड़ा, बर्तन, रेडीमेड एवं किराना व्यापारियों ने लंबा लॉकडाउन नहीं लगाने का सुझाव दिया है। पिछले एक साल से व्यापारी मंदी के दौर से गुजर रहे हैं। लंबे समय तक बाजार बंद रहने से कारोबार ठप सा हो गया है। थोक व्यापारियों के पास पुराना बकाया भुगतान नहीं आ रहा है। रिटेलर समय पर पैसा नहीं दे रहे हैं। वहीं मिल मालिक पहले रकम भेजने की शर्त पर ही माल दे रहे हैं। इस कारण थोक व्यापारियों पर दोहरी मार पड़ी है।

कपड़ा व्यापारी संघ के अध्यक्ष कन्हैयालाल इसरानी एवं दिनेश वाधवानी का कहना है कि रविवार को टोटल लॉकडाउन लगने से खासतौर पर बैरागढ़ का कारोबार प्रभावित हुआ है। बैरागढ़ में रविवार को बाजार लगता है। आसपास की मंडियों से फुटकर व्यापारी खरीदारी करने आते हैं।

रविवार लॉकडाउन से ही कारोबार प्रभावित

कपड़ा व्यापारियों के मुताबिक एक दिन के लॉकडाउन से ही कारोबार प्रभावित हो गया है। यदि लंबा लॉकडाउन हुआ तो कारोबार बुरी तरह प्रभावित होगा। कपड़ा व्यापारी संघ के अध्यक्ष वासुदेव वाधवानी का कहना है कि लॉकडाउन नहीं लगना चाहिए। जिला आपदा प्रबंधन समिति को व्यापारियों से चर्चा करने के बाद ही कोई निर्णय लेना चाहिए। फुटकर व्यापारी रवि सत्तानी का कहना है कि रात्रि आठ बजे से बाजार बंद कराने की अफवाह मात्र से कारोबार प्रभावित हो गया है। यदि लंबे समय तक बाजार रात्रि आठ बजे बंद कराए तो कारोबार ठप हो जाएगा। बाजार में ग्राहकी शुरू ही शाम सात बजे के बाद होती है।

कपड़ा, बर्तन एवं सराफा बाजार में आमतौर पर मार्च से मई माह तक त्योहारी ग्राहकी रहती है। पिछले साल इसी अवधि में बाजार बंद था। व्यापारियों को करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा। अब फिर से शादी, ब्याह में कम लोगों को बुलाने की बात हो रही है। लोग सादगी से विवाह कर रहे हैं। इस कारण बाजार में ग्राहकी कम हो गई है। कपड़ा संघ के पूर्व अध्यक्ष त्रिलोक दीपानी कहते हैं कि जिला प्रशासन को कोई भी निर्णय व्यापारियों को विश्वास में लेकर ही करना चाहिए।

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