दिग्विजय सिंह ने कहा- प्रदेश के उपचुनाव में 1977 के चुनाव की लहर काम कर रही है

भोपाल. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की सियासत में मचे घमासान के बीच दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने कहा है कि प्रदेश के उपचुनाव में 1977 के चुनाव की लहर काम कर रही है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि 1977 के चुनाव में जनता दल (Janata Dal) की लहर थी. लेकिन इस बार के उपचुनाव में कांग्रेस की लहर है. यही कारण है कि बीजेपी के उम्मीदवारों को कई बार जनता के सामने दंडवत होना पड़ रहा है. लेकिन, फिर भी भाजपा का करारी हार का सामना करना पड़ेगा.

डबरा में मंत्री इमरती देवी को कमलनाथ द्वार आइटम बताने पर दिग्विजय सिंह ने कहा है कि उन्होंने किस संदर्भ में कहा है इसकी जानकारी मुझे नहीं है. हालांकि दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज, ज्योतिरादित्य सिंधिया और बीजेपी नेताओं के मौन धरने को लेकर निशाना साधा है.  दिग्विजय सिंह ने कहा है कि ग्वालियर से ढ़ाई सौ किलोमीटर दूर हाथरस में दलित युवती के साथ हुए रेप के मामले पर प्रदेश के भाजपा नेताओं ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. हाथरस की घटना पर बीजेपी के नेता क्यों मौन रहे. यह भी बताना चाहिए. क्रिकेटर की उंगली फैक्चर होने पर ट्वीट करने वाले नेता दलित महिला के साथ घटी घटना पर क्यों चुप रहे. इसका भी जवाब देना चाहिए.

दिग्विजय सिंह ने सिंधिया को असंवेदनशील बताया
वहीं, खंडवा में सिंधिया की चुनावी सभा में किसान की मौत के मामले पर दिग्विजय सिंह ने सिंधिया को असंवेदनशील बताया. दिग्विजय सिंह ने कहा कि सभा के दौरान किसान की मौत के बाद भी सभा को जारी रखना ज्योतिरादित्य सिंधिया की असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा है. दिग्विजय सिंह ने कहा है की खबर मिलते ही सभा को तत्काल स्थगित कर किसान के परिवार को सांत्वना देने के लिए उसके घर जाना चाहिए था. लेकिन अब सिंधिया पर भाजपा नेताओं की संगत का असर है.
माला न पहनने की भी वकालत की है

दिग्विजय सिंह ने नेताओं के माला न पहनने की भी वकालत की है. प्रदेश कांग्रेस दफ्तर में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश चंद्र सेठी की जयंती पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि आज से कोई नेता माला न पहने.  माला के बदले की राशि लोगों से ली जाए और यह राशि प्रकाश चंद्र सेठी जन शताब्दी वर्ष के नाम पर जमा हो. पार्टी के लिए चंदा लें.  इस राशि से कांग्रेस के कार्यालयों को बनाया जाए. सेठ जी के नाम से भवन तैयार किए जाएं.

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