गृहमंत्री के करीबी भाजपा नेता का चालान काटना टीआई को पड़ा महंगा

24 घण्टे के भीतर हुआ तबादला, शिवपुरी से हटाकर भेजा भोपाल, गृह मंत्री का नजदीकी बताया जा रहा है भाजपा नेता

भोपाल. कोरोना संक्रमण काल में बिना मास्क लगाकर चलने वालों पर प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा कार्रवाई करने की बात की जा रही है लेकिन पुलिस की इस कार्यवाही में भाजपा नेता ही रोड़े बन रहे हैं। ऐसा ही मामला सोमवार को शिवपुरी जिले का सामने आया है। यहां पर टीआई को भाजपा नेता का चालान काटना महंगा पड़ गया। 24 घंटे के अंदर ही टीआई को हटाकर भोपाल पदस्थापना कर दी गई है। बताया जाता है कि टीआई ने जिस भाजपा नेता का चालान काटा है, वह प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का नजदीकी है। जिसके चलते 24 घंटे के भीतर ही टीआई के तबादले की कार्रवाई की गई है। दूसरी तरह टीआई का कहना है कि मैं खुद भी नहीं समझ पा रहा कि मेरा तबादला अचानक से क्यों कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए शहर में दो दिन के लिए टोटल लॉकडाउन किया गया है। पुलिस द्वारा पूरी सख्ती बरत कर कार्रवाही की जा रही है। कार्रवाही की इस फेर में एक भाजपा नेता भी जद में आ गए। उनकी रसीद क्या कटी, अगले ही दिन कोतवाली टीआई बादाम सिंह यादव की शिवपुरी से रवानगी हो गई। पीएचक्यू से एकमात्र टीआई कोतवाली का ट्रांसफर आदेश आया और उन्हें भोपाल के लिए रवानगी मिल गई। ट्रांसफर तो एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन नियमों का पालन कराने के एवज में यह सजा मिलेगी तो फिर कोरोना संक्रमण को रोकने में पुलिस भविष्य में सख्त कार्रवाई कर पाएगी..? यह बड़ा सवाल है।
शहर में कोरोना मरीजों की संख्या में एकाएक इजाफा हो गया। महज 12 दिन में 121 नए मरीज मिलने के साथ ही दो महिलाओं की ग्वालियर में उपचार के दौरान मौत भी हो गई। ऐसे में प्रशासन ने शहर में दो दिन का टोटल लॉकडाउन किया गया। बिना मास्क के बाजार में निकलने पर पुलिस ने चालानी कार्रवाई की। बेवजह बाजार में बाइक लेकर घूमने वालों के वाहनों की हवा भी निकाली। इस कार्रवाई के दौरान माधव चौक पर एक भाजपा नेता बिना मास्क के निकले तो पुलिस ने उन्हें रोक कर जुर्माना करने की बात कही। बताते हैं कि इस दौरान एसडीओपी शिवपुरी भी वहां थे और उक्त भाजपा नेता की उनसे बहस भी हुई, लेकिन एसडीओपी ने रसीद काटने के लिए कोतवाली टीआई से कहा। टीआई ने भी बिना देर किए सौ रुपए का चालान काटते हुए रसीद भाजपा नेता को थमा दी। चर्चा है कि उक्त भाजपा नेता की प्रदेश के गृहमंत्री से नजदीकियां हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक प्रभाव के चलते कोतवाली टीआई की रवानगी करवा दी। जैसे ही कोतवाली टीआई का ट्रांसफर आदेश आया तो सोशल मीडिया पर भी चल निकला कि रसीद काटना पड़ा टीआई को भारी। वहीं, टीआई सिंह का कहना है कि मुझे भी यह समझ नहीं आ रहा कि एकाएक ट्रांसफर कैसे हो गया? हां, यह याद है कि एक बिना मास्क के निकले शख्स का हमने एसडीओपी शिवपुरी के कहने पर चालान काटा था, वह खुद को भाजपा नेता बता रहे थे।

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