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कांग्रेस विधायकों के खिलाफ सड़क पर उतरे कांग्रेसी समर्थकों में हुई नोकझोक

विधायक अदिति सिंह के पार्टी लाइन से हटकर विधानसभा के विशेष सत्र में हिस्सा लेने के खिलाफ शुक्रवार को कांग्रेसी सड़क पर उतर आए। इन लोगों ने अदिति सिंह और हरचंदपुर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक राकेश सिंह के खिलाफ न सिर्फ नारे लगाए बल्कि, इस्तीफा देने की भी पुरजोर मांग की।
इस विरोध प्रदर्शन के खिलाफ विधायक अदिति सिंह के समर्थक भी सड़क पर आ गये। इससे काफी देर तक तिलक भवन और विधायक कोठी के सामने हंगामा हुआ। लोगों ने एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी भी की। पुलिस ने दबाव बनाकर समर्थकों को अलग किया, तब जाकर लोग शांत हुए।
वैसे तो जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से सुबह से ही दोनों विधायकों के खिलाफ प्रदर्शन की तैयारी चल रही थी। जिसे देखते हुए सीओ सदर गोपीनाथ सोनी, कोतवाल अतुल सिंह, मिल थानेदार राजकुमार पांडेय की अगुवाई में भारी फोर्स तैनात थी। अपराह्न करीब तीन बजे कांग्रेसी पार्टी कार्यालय तिलक भवन से बाहर निकले और प्रदर्शन करने लगे।
इस दौरान कांग्रेसियों के हाथों में नारे लिखी तख्तियां भी थीं। इसमें दोनों विधायकों से इस्तीफा देने की मांग की गई थी। कुछ कांग्रेसी तो धरने पर बैठ गये। इसी बीच विधायक अदिति सिंह के समर्थक भी वहां पहुंच गये और उन्होंने इसका विरोध किया। मामला गरमाते ही पुलिस हरकत में आई और सभी को अलग कर दिया। करीब एक घंटे तक हंगामा होता रहा।
सीओ सदर गोपीनाथ सोनी ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हुई थी लेकिन मामला शांत करा दिया गया। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष वीके शुक्ला, युवक कांग्रेस अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह, राहुल वाजपेयी, विजय शंकर अग्निहोत्री आदि मौजूद रहे।
सदर विधायक अदिति सिंह ने कांग्रेसियों के प्रदर्शन का तीखा विरोध किया है। उन्होंने ‘अमर उजाला’ से कहा कि कांग्रेसियों में हिम्मत है तो उनके सामने धरना-प्रदर्शन करें। वह दो घंटे कोठी पर रहीं लेकिन कोई दिखाई नहीं दिया। यह प्रदर्शन उस समय किया गया, जब उनकी मां और उनकी छोटी बहन कोठी पर थी।
कांग्रेसियों को शर्म आनी चाहिए कि कोठी पर सिर्फ महिलाएं थी। उस समय नारेबाजी की गई, जो बेशर्मी को पार करने वाली थी। उन्होंने कहा कि रायबरेली उनके अपने लोगों की है। यह उनका परिवार है। यही वजह है कि कांग्रेस को प्रदर्शन के लिए मजदूरों के अलावा फतेहपुर, जौनपुर और लखनऊ से लोगों को बुलाना पड़ा।
उन्होंने कहा- महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर रायबरेली के विकास को लेकर वह सदन में गई थीं। इसका अगर कोई विरोध करता है तो करे। हरचंदपुर विधायक राकेश सिंह ने कहा कि कांग्रेस उन पर खुद अविश्वास करती है। ऐसा न होता तो उनके खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष के यहां याचिका न दायर की जाती। यही नहीं लखनऊ में कांग्रेस का प्रदर्शन होने की कोई सूचना उनको नहीं दी गई।
यही वजह रही कि वे विधानसभा में विशेष सत्र में शामिल हुए और जिले के विकास की बात की। कहा कि कांग्रेस उनके खिलाफ ही अनर्गल प्रलाप कर रही है। मेरे साथ सभी भाइयों ने कांग्रेस के हितों और जिले के विकास के लिए काम किया है। अपनों पर अविश्वास करने से ही कांग्रेस की यह दुर्दशा और दशा हुई है।