राजीव गांधी के हत्यारों को रिहा करने के आदेश पर भड़की कांग्रेस, फैसला पूरी तरह से अस्वीकार्य और गलत

नई दिल्ली- पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों को सुप्रीम कोर्ट ने रिहा करने का आदेश दिया है। शीर्ष अदालत के इस फैसले ने देशभर में राजीव जी के चाहने वालों को निराश किया है। वहीं विपक्षी दल कांग्रेस ने भी इस फैसले की तीखी आलोचना की है। कांग्रेस ने बयान जारी कर कहा है कि न्यायालय का फैसला पूरी तरह से अस्वीकार्य और गलत है।

कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने इस संबंध में बयान जारी कर कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट का पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों को रिहा करने का फैसला पूरी तरह से अस्वीकार्य और पूरी तरह गलत है। कांग्रेस पार्टी इसकी स्पष्ट रूप से आलोचना करती है और इसे पूरी तरह अक्षम्य मानती है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि उच्चतम न्यायालय ने देश की भावना के अनुरूप कार्य नहीं किया।’

बता दें कि राजीव गांधी की 21 मई, 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में श्रीलंका के लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (LTTE) समूह की एक महिला आत्मघाती हमलावर ने हत्या कर दी थी। साल 2000 में राजीव गांधी की पत्नी सोनिया गांधी की दखल के बाद नलिनी श्रीहरन की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया गया था। साल 2008 में, राजीव गांधी की बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा ने वेल्लोर जेल में उससे मुलाकात की थी।

बाद में छह अन्य दोषियों की मौत की सजा को भी कम कर उम्रकैद में बदल दिया गया था। राजीव गांधी के हत्यारों को गांधी परिवार ने तो पहले ही माफ कर दिया है। लेकिन भारत के लोग और कांग्रेस कार्यकर्ता इस अक्षम्य अपराध के लिए उन्हें माफ नहीं कर पाए हैं। नतीजतन आज सुप्रीम कोर्ट का फैसला आते ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने बयान जारी कर इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।