- डाक्टरों की कमी से जूझ रहा जिला अस्पताल, मेडिसिन विशेषज्ञ तक नहीं मौजूद
- उज्जैन की शिप्रा नदी में कान्ह का प्रदूषित पानी मिलने से रोकने के इंतजाम नहीं
- कटनी में किसान ने की आत्महत्या, कर्ज को बताया बर्बादी का कारण
- जिन्होंने नहीं भरा फार्म, उन्हें मिला वन सेवा के लिए साक्षात्कार का आमंत्रण
- कांग्रेस विधायक विपिन जैन ने मंदसौर की शिवना नदी की सफाई का बीड़ा उठाया
बीजेपी हार रही थी सभी 28 सीटें, शिवराज फिर से विधायक ख़रीदने निकले

खुफिया विभाग और आरएसएस के सर्वे में बीजेपी की सभी 28 सीटों में हार के अनुमान के बाद बीजेपी ने दमोह से कांग्रेस विधायक राहुल लोधी को 50 करोड़ में ख़रीदकर अपनी सरकार बचाने का आख़री दांव खेला है।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता नरोत्तम मिश्रा ने कल ही कहा था कि हमें सरकार में बने रहने के लिये केवल एक विधायक चाहिये। आज बीजेपी ने एक विधायक ख़रीदकर ये साबित कर दिया कि 28 सीटों पर हो रहे उपचुनाव से बीजेपी को 1 भी सीट मिलने की उम्मीद नही है, इसलिये विधायक ख़रीदकर लोकतंत्र की हत्या जारी है।
बीजेपी ने आज एक और विधायक ख़रीदकर जनता को चुनौती दी है। सरकार चुनने में मतदाताओं की भूमिका को समाप्त करने का जो काम बीजेपी कर रही है इससे जनता बेहद आक्रोशित है। बीजेपी ने विधायक ख़रीदकर सरकार बनाई और अब फिर से बीजेपी का एक और विधायक ख़रीदना सीधे-सीधे जनता को ललकारने जैसा ही है।
अब मध्यप्रदेश की जनता को एक साथ आकर ख़रीद-फ़रोख़्त की राजनीति के ख़िलाफ़ अपनी लड़ाई तेज करनी पड़ेगी। हर एक मतदाता को लोकतंत्र की रक्षा के लिये एक योद्धा की तरह अपनी भूमिका तय करना है।
अब जनता को दल, जाति या क्षेत्र में न बंटकर प्रदेश के हित में एक होना चाहिये और ख़रीद-फ़रोख़्त करने वाली बीजेपी एवं बिकने वाले विधायकों का राजनीतिक एवं सामाजिक विरोध कर हमारी आने वाली पीढ़ी के लिये संविधान व लोकतंत्र को सुरक्षित करना चाहिये।