- Stay away from these 19 dating warning flag in 2023
- ????ChinaLoveCupid Evaluation 2023 - whatever you have to find out about any of it! ????
- कांग्रेस की जन आक्रोश यात्राओं को मिल रहा है भारी जन समर्थन, वहीं भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा पूरी तरह हो रही है फ्लाफ - कांग्रेस
- पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ का इंदौर में बेरोजगार महापंचायत में संबोधन
- आंकड़ों की बाजीगरी से लाड़ली बहनाओं को 450 रू. के गैस सिलेण्डर देने में छल कर रही है शिवराज सरकार !
भारत को ‘गंदा’ बताने को लेकर डोनाल्ड ट्रंप पर बाइडन का हमला, कहा- अपने दोस्तों को ऐसा नहीं कहा जाता

वाशिंगटन. अमेरिकी चुनाव (US President Election 2020) के बीच वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन (Democratic candidate Joe Biden) के बीच हुई डिबेट में ट्रंप ने भारत की हवा को गंदा बताया था. ट्रंप की इस बात का बाइडेन के कड़ा विरोध जताया है. उन्होंने कहा कि वह और उनकी पार्टी की उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस (Kamala Harris), अमेरिका के साथ भारत की सझेदारी का बेहद सम्मान करते हैं. अमेरिकी में नवंबर में राष्ट्रपति पद के चुनाव होने हैं.
‘अपने दोस्तों के बारे में ऐसे बात नहीं की जाती’
बाइडेन ने एक ट्वीट किया कि ‘राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत को ‘गंदा’ देश बताया है. इस तरह से अपने मित्रों के बारे में बात नहीं की जाती है और इस तरह से जलवायु परिवर्तन जैसै वैश्विक चुनौतियों का सामना भी नहीं किया जाता है.’ ट्रंप ने दो दिन पहले राष्ट्रपति चुनाव की बहस के दौरान चीन, भारत और रूस के बारे में कहा था कि ये देश अपनी ‘गंदी’ हवाओं का ध्यान नहीं रख रहे हैं.
उन्होंने ‘इंडिया वेस्ट’ साप्ताहिक के हालिया अंक में प्रकाशित अपने लेख को रिट्वीट करते हुए शनिवार को एक ट्वीट में कहा, ‘कमला हैरिस और मैं हमारी साझेदारी को खूब महत्व देते हैं और हम हमारी विदेशी नीति में सम्मान को फिर से केंद्र में रखेंगे.’
आतंकवाद से लड़ने और नए बाजारों की संभानाएं जताईं
उन्होंने कहा कि अगर वह राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो अमेरिका और भारत आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ और शांति और स्थिरता के ऐसे क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए साथ काम करेंगे, जहां चीन या कोई अन्य देश अपने पड़ोसी देशों को चेतावनी नहीं देता हो. उन्होंने कहा कि वह बाजारों को खोलेंगे और अमेरिका तथा भारत में मिडिल क्लास को बढ़ाने के लिए काम करेंगे तथा और क्लाइमेट चेंज जैसे अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों का सामना भी साथ में करेंगे.