मध्य प्रदेश में पेपर लीक का एक और मामला, 15 लाख में बेचे गए NHM की परीक्षा के प्रश्नपत्र

भोपाल – मध्य प्रदेश में पेपर लीक के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे। एक बार फिर नेशनल हेल्थ मिशन की परीक्षा के पेपर लीक हो गए है। बताया जा रहा है कि 15 लाख रूपए में प्रश्नपत्र बेचे गए हैं। फिलहाल मामला सामने आने के बाद एग्जाम निरस्त कर दिया गया है। ग्वालियर पुलिस ने पर्चा लीक मामले में 6 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।

दरअसल, नेशनल हेल्थ मिशन की पहली पाली की परीक्षा सुबह ही करा ली गई थी। दूसरी पाली की परीक्षा शाम 3 से 6 के बीच में नेशनल हेल्थ मिशन की परीक्षा होनी थी। मगर उससे पहले ही पर्चा आउट हो गया। इसके बाद एनएचएम ने परीक्षा निरस्त कर दी गई।

इसकी पुष्टि एनएचएम मध्य प्रदेश के मुख्य प्रशासकीय अधिकारी केके रावत के आदेश से हुई है, जाे परीक्षा एजेंसी के एमडी को लिखा गया है। पुलिस ने ग्वालियर के डबरा की होटल से यूपी की इस गैंग को पकड़ा गया है। पकड़े गए संदिग्ध इलाहाबाद के रहने वाले बताए जा रहे हैं।

मध्य प्रदेश में करीब 50 हजार छात्रों ने भर्ती के लिए आवेदन किया था। प्रदेश भर के अलग-अलग कॉलेजों में एग्जाम हो रहे थे। लेकिन पेपर लीक और एग्जाम कैंसिल होने के बाद अभ्यर्थियों में आक्रोश है। नाराज परीक्षार्थियों ने भोपाल के रायसेन रोड स्थित सैम कॉलेज के बाहर विराेध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।

कांग्रेस की छात्र संगठन एनएसयूआई ने भी इस मामले में मोर्चा खोल दिया है। एनएसयूआई मेडिकल विंग के संयोजक रवि परमार ने कहा कि, “शिवराज सरकार में माफियातंत्र हावी है। एनएसयूआई मेडिकल एजुकेशन में लगातार भ्रष्टाचार उजागर कर रही है। अब नर्सिंग पेपर आउट का मामला सामने आया है। कहीं न कहीं यह अधिकारियों और मंत्रियों के मिलीभगत से हो रहा है। एनएसयूआई चुप नहीं बैठने वाली। नर्सिंग घोटाले के खिलाफ हम आंदोलन और उग्र करेंगे।”