वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कांग्रेस विधायक का माइक ऑफ करने पर भड़की कांग्रेस

कुणाल चौधरी बोले-ऐसी गुलामी की मानसिकता वाले कलेक्टरों को कांग्रेस ठीक करेगी

भोपाल – ओलावृष्टि के बाद फसलों को हुए नुकसान पर कांग्रेस के नेता सर्वे न होने और किसानों के खातों में राहत राशि न पहुंचने पर सरकार को घेर रहे हैं। शुक्रवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सागर जिले की बंड़ा से कांग्रेस विधायक तरवर सिंह लोधी ने अपने क्षेत्र के किसानों को राहत राशि न पहुंचने का मामला उठाया। लोधी ने आरोप लगाया कि उनकी बात पूरी होने से पहले ही बैठक में मौजूद कलेक्टर ने माइक ऑफ कर दिया। सीएम की वीसी में हुए इस घटनाक्रम पर कांग्रेस के विधायक कुणाल चौधरी ने कलेक्टर को सुधारने की चेतावनी दी है।
पीसीसी में ओलावृष्टि प्रभावित किसानों को राहत राशि न पहुंचने पर कुणाल चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कुणाल चौधरी ने कहा- संसद में हमारे नेता राहुल गांधी बोलते हैं तो माइक बंद कर दिया जाता है। विधानसभा में किसानों की बात करने पर जीतू पटवारी को निलंबित कर दिया जाता है। और मुख्यमंत्री की वीसी में बंडा के विधायक जब अपने क्षेत्र के किसानों की परेशानी बता रहे थे तो कलेक्टर ने माइक बंद कर दिया। कलेक्टर की इतनी औकात हो गई! जो एक नौकरशाह है। सुन ले रे कलेक्टर… इस तरह की गुलामी की मानसिकता के कलेक्टरों को ठीक करने का काम कांग्रेस पार्टी करेगी। किसान की बात एक विधायक मनोज चावला रतलाम में करते हैं तो उसे जेल भेज दिया जाता। मुख्यमंत्री की वीसी में विधायक को बुलाया। हम तो इसी लिए नहीं जुडते क्योंकि यहां वो किसान के हक की बात नहीं करने देते। हमारे बंडा के विधायक ने वीसी में जब अपनी बात कही तो कलेक्टर ने माइक बंद कर दिया। लोकतंत्र में मुख्यमंत्री जी क्या चाहते हैं। सत्ताएं तो अंग्रेजों की भी नहीं बची, जो आपकी बचेंगी। गुलाम मानसिकता के अधिकारी सुन लें कि किसान के दर्द के लिए विधायक यदि बात करता है तो माइक बंद कर देते हैं। संसद से लेकर निचले स्तर तक अफसरों ने अफलातूनी कानून बना रखे हैं कि कैसे किसानों के साथ धोखा किया जाए।

बंडा विधायक बोले- सरकार ने किसानों को पार्टियों में बांट दिया

बंडा विधायक तरवर सिंह लोधी ने वीडियो जारी कर कहा – कल सिंगल क्लिक के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज जी ने ओलाप्रभावित किसानों के खातों में पैसे डाले हैं। लेकिन बंडा और देवरी विधानसभा को छोड़ दिया है। क्योंकि दोनों विधानसभाओं में कांग्रेस के विधायक हैं। हमारे यहां शाहगढ़ और बंडा ब्लॉक में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ था। लेकिन हमारे यहां पैसा नहीं डाला गया। जहां कांग्रेस के विधायक हैं वहां भाजपा की सरकार के द्वारा लगातार सौतेला भेदभाव किया जा रहा है। किसानों को भी भाजपा सरकार ने पार्टियों में विभाजित कर दिया। जहां पर कांग्रेस के विधायक हैं वहां पर किसानों को भी कांग्रेस का बना दिया है। कल जब वीसी में मैंने अपने क्षेत्र के किसानों जहां ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है उनकी मांग रखी कि उनके खातों में पैसे डाले जाएं तो मुझे बात नहीं करने दी गई। माइक बंद कर दिया गया।