महाकाल में ठेका गुजरात के ठेकेदार को दे दिया, जिसका हश्र सामने है – दिग्विजय

कमलनाथ सरकार ने महाकाल मंदिर विकास के लिए 350 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे – दिग्विजय

भोपाल – पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है। पूर्व सीएम और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने बुधवार को कहा कि कमलनाथ सरकार ने महाकाल मंदिर विकास के लिए 350 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे। दुर्भाग्य से सरकार जाने पर ठेका गुजरात के ठेकेदार को दे दिया। जिसका हश्र आपके सामने है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि इस प्रोजेक्ट में सप्त ऋषि की मूर्तियों पर 45-45 लाख रुपए खर्च हुए। जो हवा के झोंके में गिर गई। अब शासन-प्रशसन कह रहा है कि बहुत तेज हवा चली और मूर्तियां गिर गई। इसमें कोई दोषी नहीं है।

अधिकारी और ठेकेदार पर हो कार्रवाई

पूर्व सीएम ने कहा कि हमारे विधायक महेश परमार महापौर का चुनाव लड़े। उनको एक हजार से कम वोटों से हेराफेरी कर चुनाव हरा दिया। उन्होंने लोकायुक्त में महाकाल लोक के भ्रष्टाचार की शिकायत की है। जिसकी जांच भी चल रही है। दिग्गी ने कहा कि इस मामले में ठेका ठेकेदार और अधिकारियों पर कार्रवाई की जाना चाहिए। ठेकेदार को गिरफ्तार करने की आवश्यकता है।

भाजपा धर्म पर करती है व्यवसाय

दिग्गी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी धर्म के नाम पर व्यवासाय करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि महाकाल परिसर में कीमती जमीन भाजपा ने अपने शासन में अलॉट कर दी थी। हमारी सरकार ने उसका अलॉटमेंट कैंसिल किया। अब फिर उन्होंने उस जमीन का व्यवसायीकरण कर दिया। हर जगह पैसा लिया जा रहा है। गेस्ट हाउस बनाया गया है, उसका दुरुपयोग किया जा रहा है। विकास के नाम पर सैकड़ों मकान गिरा दिए गए।